लव मैरिज सही या गलत? जरूर जानिए क्या है कहते हैं प्रेमानंद महाराज
आज के समय प्रेम विवाह करना बड़ी बात नहीं है लेकिन कुछ जगहों पर माता-पिता प्रेम विवाह की अनुमति नहीं देते है. ऐसे में जाने-माने संत प्रेमानंद महाराज जी के अनुयायी ने उनसे बच्चों द्वारा ज्यादातर प्रेम विवाह करने के चुनाव के बारें में पूछा। जिसपर महाराज ने अपनी राय और विचार दिए कि आखिर प्रेम विवाह कितना सही और गलत है.

प्रेमानंद महाराज एक प्रसिद्ध भारतीय संत और राधा रानी के भक्त हैं. उनका जीवन और शिक्षाएं मुख्य रूप से प्रेम, भक्ति और मानवता पर आधारित हैं. वे ईश्वर के प्रति असीम प्रेम और भक्ति को जीवन का सर्वोत्तम उद्देश्य मानते हैं. वह आध्यात्मिक अभ्यास, सच्चे प्रेम का अनुभव और भगवान के नाम का जप करने के महत्व पर जोर देते हैं.
प्रेमानंद महाराज को युवा से लेकर बुजुर्ग तक सभी सुनते हैं. उनकी कई बातें सोशल मीडिया पर भी वायरल होती रहती हैं. ऐसे में हाल ही में एक फॉलोअर ने उनसे लव मैरिज को लेकर कुछ सवाल पूछे. आइए जानते हैं प्रेमानंद जी महाराज ने क्या कहा. प्रेमानंद जी महाराज के एक अनुयायी ने पूछा कि आजकल के बच्चे प्रेम विवाह में अधिक विश्वास करते हैं. इसके लिए वे कोर्ट मैरिज कर लेते हैं या घर से भाग जाते हैं. ऐसी स्थिति में माता-पिता को क्या करना चाहिए?.
प्रेम विवाह गलत नहीं
प्रेमानंद जी ने कहा कि प्रेम विवाह करना गलत नहीं है, लेकिन अगर आपने साथ चुन लिया है तो किसी के तलाश में न रहें। उन्होंने यह भी कहा कि जब दो लोग साथ रहते हैं तो शारीरिक संबंध में भी रहते हैं और फिर ब्रेकअप कर लेते हैं. आजकल प्यार केवल दिखावटी रह गया है. लोग वासना पूरी करते हैं और फिर अलग हो जाते हैं. साथ ही वह यह भी बताते हैं कि शरीर से आप क्या समझते हैं? क्या आप दोना-पत्तल समझ रखा है? जिंदगी चरित्र है, प्यार और संबंध एक ही बार होते हैं. अब पूरी जिंदगी उनके साथ बिताओ, हमें कोई दिक्कत नहीं है.' अगर दोनों ने शरीर खर्च कर दिया है तो किसी तीसरे व्यक्ति को न चुनें। अगर इतना सब होने के बाद भी दोनों लोग अलग हो रहे हैं तो ये कैसी लव मैरिज है?.
बच्चों का सहयोग करें
प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, माता-पिता को अपने बच्चों का सपोर्ट करना चाहिए, यह ध्यान में रखते हुए कि वे बचपन में कोई गलती नहीं कर रहे हैं. अगर वे गलत हैं तो उन्हें समझाने की कोशिश करें, क्योंकि आजकल के बच्चों में विवेक की कमी है. कई बार बच्चे प्रेम विवाह तो कर लेते हैं, लेकिन बाद में उनके रिश्ते खराब हो जाते हैं. ऐसे में माता-पिता को दोनों पक्षों की जांच करनी चाहिए। अगर दोनों के बीच सच्चा प्यार है तो उन्हें बच्चों का सहयोग करना चाहिए. बच्चों को भी अपने माता-पिता की हर बात माननी चाहिए.