Begin typing your search...

घर में किस दिशा में रखें मां सरस्वती की प्रतिमा? जानिए वास्तु अनुसार शुभ दिशा और फायदे

मां सरस्वती को हिंदू धर्म में ज्ञान, कला और विद्या की देवी माना गया है. उनकी पूजा से व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि की प्राप्ति होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, देवी-देवताओं की प्रतिमा को सही दिशा में स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है

घर में किस दिशा में रखें मां सरस्वती की प्रतिमा? जानिए वास्तु अनुसार शुभ दिशा और फायदे
X
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 7 Nov 2024 8:33 PM

Goddess Saraswati: मां सरस्वती को हिंदू धर्म में ज्ञान, कला और विद्या की देवी माना गया है. उनकी पूजा से व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि की प्राप्ति होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, देवी-देवताओं की प्रतिमा को सही दिशा में स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. आइए जानें कि घर में मां सरस्वती की प्रतिमा को किस दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है और इससे क्या लाभ मिल सकते हैं.

पूर्व दिशा में मां सरस्वती की प्रतिमा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मां सरस्वती की प्रतिमा को पूर्व दिशा में स्थापित करना बेहद शुभ होता है. यह दिशा सूर्योदय का प्रतीक है और इसे नई शुरुआत और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. मां सरस्वती की प्रतिमा को पूर्व में रखने से घर में ज्ञान का प्रवाह बढ़ता है और विद्यार्थियों को पढ़ाई में अधिक सफलता मिलती है. यदि विद्यार्थी इस दिशा में मुख करके अध्ययन करते हैं, तो उनकी एकाग्रता और स्मरण शक्ति भी बढ़ती है.

उत्तर दिशा में प्रतिमा

उत्तर दिशा को शांति और समृद्धि की दिशा माना गया है. यहां पर मां सरस्वती की प्रतिमा रखने से घर में सुख-समृद्धि का वातावरण बनता है. धन की देवी लक्ष्मी का भी संबंध उत्तर दिशा से है, इसलिए इस दिशा में प्रतिमा स्थापित करने से आर्थिक उन्नति और मानसिक शांति मिलती है. प्रतिमा के पास घी का दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार के सभी सदस्यों को शुभ फल प्राप्त होते हैं.

उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापना का महत्व

उत्तर-पूर्व दिशा, जिसे ईशान कोण कहते हैं, को वास्तु शास्त्र में ज्ञान और सृजनशीलता का केंद्र माना गया है. इस दिशा में मां सरस्वती की प्रतिमा रखने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में लाभ मिलता है. यहां किताबें या वाद्य यंत्र भी रख सकते हैं, जिससे इस क्षेत्र में सकारात्मकता बढ़ती है. अगर बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता, तो उन्हें इसी दिशा में बैठाकर पढ़ाई कराएं. इस दिशा में माता सरस्वती की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, बुद्धि और सफलता का संचार होता है.


डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

अगला लेख