Begin typing your search...

उधार न चुकाने पर अगले जन्म में मिलेगा खौ़फनाक बदला! जानें पुर्नजन्म के हैरान कर देने वाले नियम

भारतीय शास्त्रों के अनुसार, पुर्नजन्म का सिद्धांत सच है और यह हमारे पिछले जन्मों में किए गए कर्मों से जुड़ा हुआ है. हमारे अच्छे और बुरे कर्म हमें इस जन्म में विभिन्न रिश्तों के रूप में लौटकर मिलते हैं.

उधार न चुकाने पर अगले जन्म में मिलेगा खौ़फनाक बदला! जानें पुर्नजन्म के हैरान कर देने वाले नियम
X
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 18 Nov 2024 5:44 PM

How does Reincarnation happen: भारतीय शास्त्रों के अनुसार, पुर्नजन्म का सिद्धांत सच है और यह हमारे पिछले जन्मों में किए गए कर्मों से जुड़ा हुआ है. हमारे अच्छे और बुरे कर्म हमें इस जन्म में विभिन्न रिश्तों के रूप में लौटकर मिलते हैं. यह रिश्ते न केवल हमारे माता-पिता, भाई-बहन, या मित्र होते हैं, बल्कि पूर्व जन्म के कर्मों के हिसाब से हमारे जीवन में प्रवेश करते हैं. पुर्नजन्म के चार प्रकार: जानि क्या होते हैं वे

ऋणानुबन्ध (Debt-Related Rebirth)

यह उस व्यक्ति का पुत्र होता है जिससे आपने किसी समय ऋण लिया हो या जिसका धन नष्ट किया हो. ऐसे में वह आपके घर में संतान बनकर आएगा और आपके जीवन को कष्ट देगा, जब तक ऋण का निपटारा न हो जाए.

शत्रु पुत्र (Enemy Rebirth)

अगर आपके पूर्व जन्म में कोई शत्रु था, तो वह आपके घर में पुत्र बनकर आएगा और आपको लगातार मानसिक और शारीरिक कष्ट देगा. वह हमेशा आपके साथ झगड़ा करेगा और आपको दुःखी रखेगा.

उदासीन पुत्र (Indifferent Rebirth)

यह पुत्र माता-पिता के लिए कोई मदद या सुख नहीं लाता. विवाह के बाद वह माता-पिता से अलग हो जाता है और उनकी सेवा करने के बजाय उन्हें अकेला छोड़ देता है.

सेवक पुत्र (Servant Rebirth)

यह वह पुत्र होता है जिससे आपने पूर्व जन्म में सेवा की थी. वह इस जन्म में आपके लिए सेवा करने आता है और बुढ़ापे में आपकी देखभाल करता है.

पुर्नजन्म और जीवों का संबंध

पुर्नजन्म केवल इंसानों तक सीमित नहीं है. शास्त्रों के अनुसार, यह किसी भी जीव के रूप में हो सकता है. अगर आपने किसी जानवर की निःस्वार्थ सेवा की थी, तो वह भी पुत्र-पुत्री बनकर आपके घर में आ सकता है.

जीवन के मायाजाल को समझें

इस जीवन के सभी रिश्ते और घटनाएं हमारे पिछले जन्मों के कर्मों का परिणाम हैं. शास्त्रों के अनुसार, हमें जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए क्योंकि वही हमारे अगले जन्म में हमें सफलता और सुख देगा.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

अगला लेख