Hanuman Jayanti 2025: अप्रैल के महीने में कब मनाई जाएगी हनुमान जंयती? जानें सही तारीख
हनुमान जी की महिमा और शक्ति का वर्णन करने के लिए भक्तों द्वारा 'हनुमान चालीसा' का पाठ किया जाता है. यह 40 श्लोकों का एक स्तोत्र है, जिसे गुरु और भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति के साथ गाया जाता है. इसे पढ़ने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति मिलती है.

भगवान हनुमान हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख देवताओं में से एक हैं. वे शक्ति, साहस, भक्ति और निष्ठा के प्रतीक माने जाते हैं। हनुमान जी को भगवान राम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है और रामायण के मुख्य पात्रों में से एक हैं. उनका जन्म भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार बहुत ही अद्भुत और रहस्यमय तरीके से हुआ था.
भगवान हनुमान का जन्म माता अंजना और पिता केसरी के घर हुआ था.पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने हनुमान जी के रूप में अवतार लिया था. उनकी उपासना के कारण ही उन्हें शिव के अवतार के रूप में माना जाता है. हनुमान जी के जन्म के समय उनका नाम अंजनी नंदन पड़ा, क्योंकि उनकी माता का नाम अंजना था. चलिए जानते हैं अप्रैल के महीने में कब मनाई जाएगी हनुमान जयंती.
कब है हनुमान जयंती
हिंदू धर्म में भगवान हनुमान के जन्मदिवस के रूप में हनुमान जंयती मनाई जाती है. यह विशेष दिन चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की तिथि को मनाया जाता है, जो आम तौर पर अप्रैल महीने में आता है. इस दिन विशेष रूप से भगवान हनुमान की पूजा और व्रत किया जाता है. इस साल 12 अप्रैल को हनुमान जंयती का त्योहार है.
हनुमान जयंती का महत्व
इस दिन भक्त भगवान हनुमान की पूजा करते हैं. मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है. हनुमान जी की मूर्तियों को लाल कपड़े पहनाए जाते हैं और तेल या सिंदूर चढ़ाया जाता है. माना जाता है कि जिन पर हनुमान जी का आशीर्वाद होता है, उन्हें कोई डर और भय नहीं होता है.
हनुमान जी के गुण
हनुमान जी ने अपने जीवन में भगवान राम के प्रति पूरी निष्ठा और भक्ति को समर्पित किया. इसके अलावा, उनकी अद्भुत शारीरिक और मानसिक शक्ति ने उन्हें एक महान योद्धा बना दिया. उनकी सबसे बड़ी विशेषता थी उनकी सेवा भावना. वे हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे.