Diwali 2024: धन की देवी भी हुई थीं कंगाल, इस शाप के बाद समझ आई थी पैसों की कीमत
सृष्टि के नियम सभी पर लागू होते हैं, देवी-देवताओं पर भी. विष्णु पुराण में एक ऐसी ही कथा का वर्णन है जिसमें देवी लक्ष्मी को एक माली के घर उसकी बेटी बनकर रहना पड़ा था. इस कथा में देवी लक्ष्मी को हर वस्तु का मूल्य समझाने के लिए भगवान विष्णु ने उन्हें शाप दिया था.

Diwali 2024: सृष्टि के नियम सभी पर लागू होते हैं, देवी-देवताओं पर भी. विष्णु पुराण में एक ऐसी ही कथा का वर्णन है जिसमें देवी लक्ष्मी को एक माली के घर उसकी बेटी बनकर रहना पड़ा था. इस कथा में देवी लक्ष्मी को हर वस्तु का मूल्य समझाने के लिए भगवान विष्णु ने उन्हें शाप दिया था.
धरती पर भ्रमण के दौरान विष्णु जी की चेतावनी
एक बार भगवान विष्णु ने धरती पर विचरण करने की इच्छा जताई. देवी लक्ष्मी भी उनके साथ जाने को उत्सुक थीं. विष्णु जी ने उनसे कहा कि वे धरती पर किसी भी वस्तु को स्पर्श नहीं करेंगी. लक्ष्मी जी ने सहमति जताई और वे दोनों पृथ्वी पर भ्रमण करने आए.
हरियाली और गुलाब की सुंदरता ने लुभाया
धरती पर वर्षा ऋतु का मनोहर दृश्य देखकर देवी लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न हुईं. घूमते-घूमते वे एक बगीचे में पहुंचीं, जहां गुलाब के फूल खिले थे. उन सुंदर गुलाबों को देखकर लक्ष्मी जी मंत्रमुग्ध हो गईं और उन्होंने एक गुलाब तोड़ लिया. गुलाब की सुगंध का आनंद लेने के दौरान विष्णु जी ने उन्हें देखा और उनकी चेतावनी को अनसुना करने पर नाराज हो गए.
शाप और सीख का सबक
विष्णु जी ने देवी लक्ष्मी से कहा कि उन्होंने बिना सोचे-समझे भक्त के बगीचे से फूल तोड़ लिया. देवी लक्ष्मी के जवाब में धन-संपत्ति के प्रति उनका अहंकार झलक रहा था, जिससे नाराज होकर विष्णु जी ने उन्हें शाप दिया. विष्णु जी ने कहा कि लक्ष्मी जी को अब इस अहंकार का मूल्य समझने के लिए एक माली के घर कन्या रूप में जन्म लेना पड़ेगा.
माली की बेटी के रूप में लक्ष्मी जी का जीवन
विष्णु जी के शाप के कारण देवी लक्ष्मी एक कन्या के रूप में माली के बगीचे में रोने लगीं. माली उन्हें अपने घर ले आया और उन्हें अपनी बेटी के रूप में पाला. धीरे-धीरे देवी लक्ष्मी ने धन और मेहनत का वास्तविक मूल्य समझा. उनके कारण माली की आर्थिक स्थिति भी सुधरने लगी, और जब लक्ष्मी जी को अपनी भूल का एहसास हुआ, तब शाप की अवधि समाप्त हुई.विष्णु जी आए और उन्हें लेकर वैकुंठ लौट गए.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.