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Dhanteras 2024: धनतेरस की रात इन 5 जगहों पर जलाएं दीपक, बनी रहेगी मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा

धनतेरस का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाला यह त्योहार माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा का विशेष दिन है.मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा मिलती है.

Dhanteras 2024: धनतेरस की रात इन 5 जगहों पर जलाएं दीपक, बनी रहेगी मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 29 Oct 2024 6:28 PM

Dhanteras 2024: धनतेरस का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाला यह त्योहार माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा का विशेष दिन है.मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा मिलती है. धनतेरस पर दीप जलाने की परंपरा सुख-समृद्धि लाने में मददगार मानी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर के पूजा स्थान के अलावा कुछ विशेष जगहों पर दीप जलाने से धन, स्वास्थ्य और सुरक्षा में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं कौन-सी हैं वे 5 खास जगहें.

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धनतेरस की पूजा के बाद एक दीपक पूजा स्थल पर जलाएं. इसे मिट्टी का दीपक बनाएं और माँ लक्ष्मी तथा कुबेर देव के नाम से अर्पित करें. इस दीपक से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है.

सुनसान स्थान पर दीपक रखें

धनतेरस की रात एक दीपक सुनसान स्थान पर जलाएं, जहां कोई आता-जाता न हो. मान्यता है कि इससे व्यक्ति की अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है. यह दीपक सुरक्षा और शांति की भावना भी लाता है.

जल स्रोत के पास दीपक जलाएं

धनतेरस पर जल स्रोत, जैसे कुएं, हैंडपंप या जल फिल्टर के पास दीपक रखें. यह भगवान धन्वंतरि के नाम से अर्पित दीपक माना जाता है. यहां जलाने से स्वास्थ्य लाभ होता है, क्योंकि समुद्र मंथन के दौरान धन्वंतरि जल से प्रकट हुए थे

मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक रखें

घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक जलाएं, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो. यह दीपक घर को नकारात्मकता से मुक्त रखने में सहायक होता है.

दक्षिण दिशा में यमराज के नाम दीपक

धनतेरस की रात यमराज के नाम से दक्षिण दिशा में दीप जलाएं. सभी घरवाले आने के बाद, यह दीपक घर के बाहर दक्षिण दिशा में रखें. यह दीपक पितरों के मार्ग को प्रकाशित करता है और परिवार की सुरक्षा करता है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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