Darsh Amavasya 2024: पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें ये खास उपाय, मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद
30 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष महीने की दर्श अमावस्या मनाई जाएगी, जो पितरों को समर्पित है. हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसे पितरों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने का दिन माना जाता है.

Darsh Amavasya 2024: 30 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष महीने की दर्श अमावस्या मनाई जाएगी, जो पितरों को समर्पित है. हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसे पितरों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने का दिन माना जाता है. इस दिन तर्पण, पिंडदान और दान-पुण्य करना अत्यंत शुभ फलदायी होता है.
दर्श अमावस्या का महत्व
पौराणिक मान्यता है कि इस दिन पितर लोक से पितृ धरती पर आते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं. पितृ दोष से मुक्ति पाने और घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए यह दिन बेहद खास है. दर्श अमावस्या पर किए गए पूजा-पाठ और दान से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार पर उनका आशीर्वाद बना रहता है.
दर्श अमावस्या पर करें ये खास उपाय
1. पीपल की पूजा
पीपल के पेड़ को पितरों का वास माना जाता है. इस दिन पीपल को जल अर्पित करें और तिल के तेल का दीपक जलाएं. इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है.
2. पिंडदान और तर्पण
पितरों के नाम पर पिंडदान और तर्पण करना बहुत शुभ होता है. यह पितरों को मोक्ष प्रदान करता है और उनकी आत्मा को शांति मिलती है.
3. काले तिल का दान
काले तिल और अन्न का दान पितरों को संतुष्टि देता है. गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करना भी पुण्यकारी माना गया है.
4. शिव पूजा
इस दिन शिव मंदिर जाकर भगवान शिव की पूजा करें और उनसे पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें.
5. गाय को चारा खिलाएं
गाय को हरा चारा खिलाने से पितरों की प्रसन्नता प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
कैसे बनाएं दिन खास?
पितरों का स्मरण करके उनके नाम से दान करें और घर में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करें. इस दिन किए गए पुण्य कर्म आपके जीवन को धन-धान्य और शांति से भर देंगे.
नोट: दर्श अमावस्या पर किए गए इन उपायों से न केवल पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी, बल्कि परिवार में सुख और उन्नति का मार्ग भी खुलेगा.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.