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Chitragupta Puja 2024: कलम-दवात की पूजा से मिलती है बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

दिवाली के ठीक बाद आने वाली चित्रगुप्त पूजा विशेष रूप से कायस्थ समाज के लिए अहम मानी जाती है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यह पूजा कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को की जाती है. इस दिन यमराज के सहायक भगवान चित्रगुप्त की पूजा का महत्व बताया गया है, जो हर व्यक्ति के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं

Chitragupta Puja 2024: कलम-दवात की पूजा से मिलती है बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 2 Nov 2024 2:46 PM

Chitragupta Puja 2024: दिवाली के ठीक बाद आने वाली चित्रगुप्त पूजा विशेष रूप से कायस्थ समाज के लिए अहम मानी जाती है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यह पूजा कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को की जाती है. इस दिन यमराज के सहायक भगवान चित्रगुप्त की पूजा का महत्व बताया गया है, जो हर व्यक्ति के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और जिनकी कृपा से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.

इस वर्ष चित्रगुप्त पूजा 3 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7:57 बजे से दोपहर 12:04 बजे तक है. इस समय पर पूजा करने से भगवान चित्रगुप्त का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो बुद्धि, विद्या और लेखन में कुशलता प्रदान करता है.

क्यों होती है कलम-किताब की पूजा?

चित्रगुप्त पूजा के दिन कलम, दवात और बही-खाते की पूजा का विशेष महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान चित्रगुप्त प्रत्येक व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं. इसलिए इस दिन कलम और किताब की पूजा करने से वह लेखनी सशक्त हो जाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, पूजा की गई कलम से लिखे गए शब्द सही दिशा में जाने का मार्ग बनाते हैं, और कलम में दैवीय शक्ति आ जाती है.

पूजा विधि में पंचोपचार से कलम और किताब की पूजा की जाती है. इस दौरान भगवान चित्रगुप्त का स्मरण कर उनसे प्रार्थना की जाती है कि वह हमारे कलम को आशीर्वाद देकर सशक्त बनाएं, जिससे हम सही दिशा में काम कर सकें.

चित्रगुप्त पूजा का महत्व

भगवान चित्रगुप्त को कायस्थ समाज का संस्थापक माना जाता है और इस दिन विशेष रूप से बुद्धि और लेखन के क्षेत्र में कुशलता प्राप्त करने के लिए लोग कलम की पूजा करते हैं. इस दिन की गई पूजा से आशीर्वाद मिलने पर लेखनी प्रभावी हो जाती है, जिससे व्यक्ति के कार्यों में सफलता मिलती है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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