बुध और शनि ग्रह होंगे वक्री, इन राशियों के शुरू हो सकते हैं अच्छे दिन और मिलेगा भाग्य का साथ
इस समय शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं और 13 जुलाई को वक्री होने वाले हैं. वहीं, बुध ग्रह भी जल्द ही कर्क राशि में वक्री चाल चलेंगे. ग्रहों की इस खास स्थिति का असर कुछ राशियों पर शुभ रहने वाला है. इन परिवर्तन से जुड़े योग कुछ जातकों के लिए करियर और व्यापार में तरक्की और आर्थिक लाभ के नए अवसर लेकर आएंगे.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जुलाई का महीना ग्रहों के गोचर और चाल में बदलाव के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला साबित होगा. जुलाई में ही सावन का पवित्र महीना शुरू होगा, इस माह में ही कर्मफलदाता शनि और व्यापार के कारक ग्रह बुध की चाल में बदलाव आएगा जिससे कई राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा.
शनिदेव इस समय मीन राशि में हैं और 13 जुलाई को वक्री होंगे. वहीं बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री होंगे. ऐसे में कुछ राशि वालों के करियर-कारोबार में तरक्की देखने को मिल सकती है और लाभ के अवसरों में वृद्धि हो सकती है. आइए जानते हैं कौन-कौन सी हैं ये भाग्यशाली राशियां.
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शनिदेव का वक्री होना और बुध का का वक्री होना बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता है. यहां पर शनिदेव आपकी राशि से एकादश भाव में वक्री होंगे ,वहीं बुध ग्रह आपकी राशि से तीसरे भाव में वक्री होंगे. ऐसे में जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उनके लिए एक साथ कई तरह के अवसरों की प्राप्ति हो सकती है. इस दौरान प्रमोशन मिलने के भी योग बन रहे हैं. वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि आपकी राशि से नवम और दशम भाव के स्वामी ग्रह हैं,ऐसे में आपको करियर में नए तरह के अवसरों की प्राप्ति होती है. इस दौरान व्यापारियों को भी अच्छा मुनाफा हासिल करने के मौका मिल सकता है.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि और बुध का वक्री होना बहुत ही अच्छा और शुभ साबित होगा. शनिदेव आपकी कुंडली के भाग्य भाव में जबकि बुध ग्रह आपके लग्न भाव में वक्री होंगे. ऐसे में आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा. इस दौरान कई तरह की यात्राओं का मौका आपको मिलेगा. लाभ के अवसरों में लगातार वृद्धि देखने को मिलेगी और कार्यस्थल पर प्रभावशाली लोगों से मेल-मुलाकात का सिलसिला जारी रहेगा. आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी. नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन और वेतन में वृद्धि के योग इस दौरान बनेंगे.
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शनि और बुध का वक्री होना बहुत ही शुभ साबित होगा. इन दोनों ग्रहों की चाल में परिवर्तन का सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा. शनिदेव आपकी राशि से लग्न भाव में तो वहीं बुध ग्रह आपकी कुंडली के पंचम भाव में वक्री होंगे. ऐसे में आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और व्यक्तित्व में निखार आएगा. इस दौरान करियर-कारोबार में मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि देखने को मिल सकती है. जो लोग किसी के साथ प्रेम संबंधों में हैं उनके लिए इनका वक्री होना बहुत ही शुभ संकेत हैं. विदेश यात्रा का भी योग बन रहा है. रिश्तों में मधुरता आएगी.