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Budh Gochar 2025: बुध का कर्क राशि में गोचर, इन चार राशि वालों को रहना होगा सावधान

भारतीय ज्योतिष में बुध ग्रह को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह व्यक्तित्व, वाणी, तर्क, बुद्धि, गणित, शिक्षा, संचार, लेखन और व्यापार से जुड़ा ग्रह है. आपको बता दें बुध अपनी स्वराशि मिथुन से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे.

Budh Gochar 2025: बुध का कर्क राशि में गोचर, इन चार राशि वालों को रहना होगा सावधान
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( Image Source:  Freepik )
State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Updated on: 23 Jun 2025 4:49 PM IST

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित अंतराल पर अपनी राशि में बदलाव करते हैं. ग्रहों के राशि परिवर्तन करने से इसका प्रभााव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी राशियों के जातकों के ऊपर भी पड़ता है. 22 जून को बुध ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं. चंद्रमा के बाद बुध दूसरे ऐसे ग्रह हैं, जो तेज गति से चलते हैं और ये 23 से 27 दिन के अंतराल पर राशि परिवर्तन कर लेते हैं. आपको बता दें बुध अपनी स्वराशि मिथुन से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे. कर्क राशि पर चंद्रमा का आधिपत्य होता है. बुध और चंद्रमा की आपस में शत्रुता का भाव होता है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध का कर्क राशि में गोचर अच्छा नहीं माना जाता. बुध कर्क राशि में इस बार काफी लंबे समय तक रहेंगे. ऐसे में आइए जानते हैं बुध ग्रह के शत्रु राशि में गोचर करने से किन-किन राशि वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं. और अब बुध का गोचर कर्क राशि में हुआ है तब आपके लिए यह तीसरे भाव में होंगे. कुंडली का तीसरा भाव साहस, पराक्रम और भाई-बहनों का होता है, ऐसे में बुध का गोचर आपके तीसरे भाव में होने से भाई-बहनों के बीच मतभेद हो सकते हैं. रिश्तों में खटास पैदा होगी. आपको अपने करियर में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. कार्यस्थल पर आपका सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं. शत्रु आपके ऊपर हावी हो सकते हैं. कार्यो में आपको ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है.

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी होते हैं. 22 जून को बुध का कर्क राशि में परिवर्तन आपके पहले भाव यानी लग्न में हुआ है. शत्रु राशि में होने से आपको इस दौरान बहुत संभलकर चलना होगा. आपको अपने आसपास रहने वाले लोगों की गतिविधियों पर ध्यान देना होगा. इस दौरान किसी का अपमान या बुराई करने से बचें. आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा और बहुत ही सोच-समझकर बोलना होगा. किसी दूसरे की बातों में आने से आपको बचना होगा. इस दौरान आपको किसी भी वित्तीय मामलों में जोखिम लेने से बचना होगा. आप किसी को धन उधार न दें. आपको इस दौरान बेफिजूल के खर्चों को करने से बचना होगा, नहीं तो बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान हो सकता है.

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं. बुध का गोचर आपके नवम भाव यानी भाग्य भाव में हुआ है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आठवें भाव के स्वामी का नवम भाव में जाना अनुकूल नहीं माना जाता. ऐसे में आपको इस दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. भाग्य का साथ नहीं मिलेगा. मन अशांत रहेगा और नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक मामलों में तंगी का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान किसी महत्वपूर्ण डील में पैसों की कमी का सामना करना पड़ सकता है. आपकी छवि पर भी दाग लगने की संभावना है. ऐसे मे सोच समझकर बोलना बेहतर रहेगा.

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं. और अब बुध का गोचर आपके पंचम भाव में हुआ है. पंचम भाव में बुध के गोचर से विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा. शत्रु राशि में होने से मन में बेचैनी और चिंताओं में वृद्धि हो सकती है. कार्यो में असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है. संतान के भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ सकती हैं. आपको वित्तीय मामलों में सावधानी बरतनी होगी. किसी काम में जल्दबाजी करने से आपको बचना होगा.

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