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Ahoi Ashtami 2024: संतान की खुशहाली के लिए करें इन 2 पेड़ों की पूजा, मिलेगा अनमोल आशीर्वाद!

सनातन धर्म में सभी व्रत और तिथियों का विशेष महत्व होता है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाए जाने वाला अहोई अष्टमी व्रत विशेष रूप से संतान के सुख और समृद्धि के लिए होता है. इस दिन माताएं विधिपूर्वक माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा करती हैं. इस साल, अहोई अष्टमी का व्रत गुरुवार, 24 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा.

Ahoi Ashtami 2024: संतान की खुशहाली के लिए करें इन 2 पेड़ों की पूजा, मिलेगा अनमोल आशीर्वाद!
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 19 Oct 2024 8:27 PM

Ahoi Ashtami 2024: सनातन धर्म में सभी व्रत और तिथियों का विशेष महत्व होता है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाए जाने वाला अहोई अष्टमी व्रत विशेष रूप से संतान के सुख और समृद्धि के लिए होता है. इस दिन माताएं विधिपूर्वक माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा करती हैं. इस साल, अहोई अष्टमी का व्रत गुरुवार, 24 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा. इस दिन चंद्रमा की भी पूजा का विधान है और मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से संतान के भाग्य में वृद्धि होती है.

तुलसी माता की पूजा

अहोई अष्टमी के दिन संतान की खुशहाली के लिए तुलसी माता की पूजा करना बेहद महत्वपूर्ण है. तुलसी को पवित्र माना गया है और इस दिन इसकी पूजा से सौभाग्य में वृद्धि होती है. यदि आप इस दिन तुलसी की पूजा करती हैं, तो इसे संध्या के समय विधिपूर्वक करना चाहिए. पूजा के दौरान तुलसी माता को लाल चुनरी अर्पित करें और घी के दीपक से उनकी आरती करें. ऐसा करने से न केवल संतान के जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि घर में भी सुख-समृद्धि बनी रहती है.

पीपल के पेड़ की पूजा

अहोई अष्टमी का व्रत संतान के अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए भी किया जाता है. इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है. पीपल के पेड़ पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है. इसलिए इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है. इस पेड़ की पूजा करने से दंपत्तियों को संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है और संतान के जीवन में कभी भी कोई परेशानी नहीं आती है.

इस प्रकार, अहोई अष्टमी के दिन तुलसी माता और पीपल के पेड़ की पूजा करके आप अपनी संतान के जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं. इस पवित्र अवसर पर इन विशेष पूजन विधियों का पालन करें और अपने परिवार के लिए अनमोल आशीर्वाद प्राप्त करें.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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