'Santosh' को ऑस्कर 2025 के लिए नॉमिनेशन मिलने पर 'Panchayat' फेम Sunita Rajwar ने जताई खुशी
'गुल्लक' और 'पंचायत' फेम एक्ट्रेस सुनीता राजवार ने अपनी फिल्म 'संतोष' को ऑस्कर में यूके की ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुने जाने के बारे में अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि ऐसा होना उनके लिए यह यूनिवर्स का एक तोहफा है. मैंने कभी किसी के साथ ऐसा होते नहीं देखा,यह एक सपने जैसा लगता है.

एक्ट्रेस सुनीता राजवार का कहना है कि 'संतोष' (Santosh) को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगिरी में ऑस्कर 2025 के लिए यूके की ऑफिशियल एंट्री के रूप चुने जाने पर उन्हें बेहद खुशी मिल रही है. एक्ट्रेस का कहना है कि ऐसा होना उनके लिए यह यूनिवर्स का एक तोहफा है. 54 वर्षीय सुनीता राजवार जिन्होंने 'गुल्लक' में बिट्टू की मम्मी और 'पंचायत' में क्रांति देवी के लिए खूब सुर्खियां बटोरी. अब उन्होंने साल 2024 में आई संध्या सूरी की निर्देशित 'संतोष' को ऑस्कर 2025 के लिए यूके की ऑफिशियल एंट्री मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की है.
उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, 'इस तथ्य के अलावा कि फिल्म असाधारण है, मेरी भूमिका अच्छी और दिलचस्प है... और यह बहुत अच्छा लगता है कि जब निर्देशक संध्या सूरी और एक्ट्रेस शहाना गोस्वामी के साथ उनका नाम भी लिया जाता है. उन्होंने आगे कहा, 'मैंने पिछले 24 सालो में इंडस्टी में बहुत काम किया है, लेकिन मैंने कभी किसी के साथ ऐसा होते नहीं देखा...यह एक सपने जैसा लगता है.' सुनीता ने अपने इंस्टा हैंडल पर भी फिल्म से एक पोस्टर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'कान्स अन सर्टेन रिगार्ड टाइटल 'संतोष' ऑस्कर 2025 में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म के लिए यूके सबमिशन के लिए आभार.'
हम बहुत ही जजमेंटल होते हैं
उनसे पूछें जाने कि क्या वह भारत में इसकी रिलीज को लेकर चिंतित हैं?. इसके जवाब में सुनीता ने कहा, 'फिल्म बहुत रियल है भारत में रिलीज होने से पहले कई फिल्मों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार दर्शकों को भी कुछ खास तरह की फिल्मों को स्वीकार करने में समय लगता है. हम सभी सराहना करते हैं कि हॉलीवुड और ईरानी फिल्में कितनी रियल हैं, वे कैसे शूट करते हैं और फिल्म बनाते हैं आदि. लेकिन जब हमारी अपनी फिल्मों की बात आती है, तो हम बहुत ही जजमेंटल होते हैं... लकली अब, ओटीटी पर कभी-कभी फिल्में रिलीज होती हैं है. मैं चाहूंगी कि 'संतोष' को भारत में रिलीज मिले ताकि लोग एक अच्छी फिल्म देखें और हमारी सारी मेहनत देखें.'
क्या है फिल्म की कहानी
उत्तर प्रदेश पर आधारित यह फिल्म एक न्यूली वेड हाउस वाइफ के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने दिवंगत पति की पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करती है और एक यंग दलित लड़की की हत्या की जांच में शामिल हो जाती है. इसका प्रीमियर कान्स फिल्म फेस्टिवल में अन सर्टेन रिगार्ड सेक्शन में हुआ था.
स्टीरियोटाइप बना दिया गया है
राजवार आगे कहती हैं कि इंडस्ट्री में उन्हें एक स्टीरियोटाइप बना दिया गया है. 'केदारनाथ' (2018), 'बाला' (2019), 'शुभ मंगल सावधान' (2020), 'स्त्री 2' और वेब सीरीज 'गुल्लक' जैसी फिल्मों में अपनी सहायक सपोर्टिव भूमिकाओं के लिए जानी जाने वाली राजवर कबूल करती हैं, 'मैंने हाल ही में कई प्रोजेक्ट्स को ना कहा है क्योंकि हर कोई 'बिट्टू की मम्मी' जैसा किरदार निभाने के लिए मुझसे कॉन्टैक्ट कर रहा है. इन सबके बीच इतनी बड़ी खबर मिलना आश्चर्यजनक है. एक कलाकार के लिए फिल्म का ऑस्कर में जाना इससे बढ़कर और क्या हो सकता है.'