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Hand, foot & mouth disease: हाथ-पैर-मुंह में दाने, बच्चे बेचैन... जानें कैसी है ये रहस्यमयी बीमारी?

आजकल बच्चों में हैंड, फुट और माउथ डिजीज की बीमारी फैल रही है, जिसके कारण बच्चे काफी परेशान हो रहे हैं. यह वायरल संक्रमण ज्यादातर छोटे उम्र के बच्चों को अपनी चपेट में लेता है और अचानक ही पूरे परिवार की चिंता बढ़ा देता है. चलिए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण से लेकर बचाव तक के बारे में.

Hand, foot & mouth disease: हाथ-पैर-मुंह में दाने, बच्चे बेचैन... जानें कैसी है ये रहस्यमयी बीमारी?
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( Image Source:  Canva )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Published on: 13 Sept 2025 1:00 PM

बरसात का मौसम हो या अचानक बदलता मौसम, छोटे बच्चों के माता-पिता अक्सर एक डर में रहते हैं. कहीं बच्चा बुखार से न बीमार पड़ जाए, कहीं उसके शरीर पर दाने न निकल आएं.

हाल ही में डॉक्टरों के बीच जिस बीमारी का सबसे ज्यादा ज़िक्र होता है, उसका नाम है हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज (HFMD). नाम सुनकर अजीब लगता है, लेकिन यह बीमारी बच्चों में तेजी से फैलती है और सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो परेशानी बढ़ सकती है. चलिए जानते हैं क्या है ये बीमारी कैसे इससे बच्चों को बचा सकते हैं.

क्या है हैंड फुट, एंड माउथ बीमारी ?

हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज एक वायरल इंफेक्शन है, जो ज्यादातर 10 साल से छोटे बच्चों में देखा जाता है. हालांकि बड़े भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. यह बीमारी कॉकसैकी वायरस नाम के वायरस के कारण होती है. जैसा कि नाम से जाहिर है, इसके लक्षण हाथों, पैरों और मुंह में सबसे ज्यादा दिखते हैं. बच्चे के मुंह के अंदर और होंठों के आसपास छाले हो जाते हैं, पैरों और हथेलियों पर लाल दाने निकल आते हैं और साथ में तेज बुखार भी हो सकता है.

कैसे फैलती है यह बीमारी?

यह बीमारी बहुत जल्दी फैलती है, खासकर जब बच्चे एक-दूसरे के संपर्क में हों. अगर किसी संक्रमित बच्चे की लार, खांसने या छींकने से निकले वायरस से दूसरा बच्चा कॉन्टैक्ट में आ जाए. खिलौने, कपड़े या बर्तन शेयर करने से भी वायरस फैलता है. कई बार इंफेक्टेड सतह को छूने से भी वायरस बॉडी में एंटर कर जाता है. यानी यह बीमारी बच्चों के स्कूल, डे-केयर और पार्क जैसे जगहों पर तेजी से फैल सकती है.

कैसे लगाएं बीमारी का पता?

हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज को पहचानना मुश्किल नहीं है. इसके मुख्य लक्षण में हल्का से तेज बुखार, गले में खराश और थकान, हाथों, पैरों और मुंह के आसपास दाने या छाले शामिल हैं. खाने-पीने में तकलीफ होती है, क्योंकि मुंह के छाले दर्द करते हैं. माता-पिता को अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

कैसे करें HFMD से बचाव?

HFMD के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. इसका इलाज लक्षणों को कम करने और आराम देने पर आधारित होता है. इसलिए बचाव बेहद जरूरी है. बच्चों को साफ-सफाई की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोना जरूरी है. बीमार बच्चे को स्कूल या डे-केयर न भेजें, ताकि वायरस आगे न फैले. खिलौनों और बर्तनों को समय-समय पर अच्छे से धोएं. बच्चे को पर्याप्त पानी पिलाएं और हल्का, मुलायम खाना दें, ताकि गले और मुंह में आराम मिले. हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज डराने वाली जरूर है, लेकिन यह जानलेवा नहीं. ज्यादातर बच्चे एक हफ्ते से दस दिन में खुद ही ठीक हो जाते हैं.


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