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एक नहीं, तीन-तीन सिक्के निगल गया बच्चा, क्या करें अगर आपके घर में हो जाए ये हादसा? भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलती

हरियाणा एक बच्चा एक नहीं, तीन-तीन सिक्के निगल लिया. अक्सर बच्चे खेलते-खेलते सिक्के निगल लेते हैं. कई बार यह कंडीशन जानलेवा हो सकती है. ऐसे में अक्सर पेरेंट्स घरेलू उपाय करने लगते हैं, जो नहीं करना चाहिए.

एक नहीं, तीन-तीन सिक्के निगल गया बच्चा, क्या करें अगर आपके घर में हो जाए ये हादसा? भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलती
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( Image Source:  AI Perplexity )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 25 July 2025 12:40 PM IST

बुधवार की सुबह हरियाणा के सोनीपत का एक 12 साल का लड़का घर में खेल रहा था. खेलते-खेलते उसने मज़ाक में तीन सिक्के निगल लिए. शुरुआत में तो सब ठीक लग रहा था, लेकिन थोड़ी देर बाद उसे खाना निगलने और सांस लेने में परेशानी होने लगी.

जब लड़के को बेचैनी होने लगी, तो उसके परिवार ने सोचा कि शायद केला खिलाने से सिक्के बाहर आ जाएं. लेकिन सिक्के तो अंदर ही फंसे रह गए और परेशानी बढ़ती गई. हालत इतनी बिगड़ गई कि रात 11 बजे उसे दिल्ली के रोहिणी में मौजूद डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल ले जाना पड़ा. अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसा हो जाए, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. चलिए जानते हैं ऐसी कंडीशन में क्या नहीं करना चाहिए.

एक्स-रे में दिखे सिक्के

अस्पताल के ईएनटी विभाग के डॉक्टर पंकज कुमार ने बताया कि जब लड़के का एक्स-रे किया गया, तो पता चला कि तीनों सिक्के उसकी फूड पाइप (ग्रासनली) में फंसे हुए थे. यह बहुत खतरनाक हो सकता था. इसलिए उसे तुरंत ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया.

एंडोस्कोपी से निकाले गए सिक्के

डॉक्टर ने जनरल एनेस्थीसिया देकर एक एसोफैगोस्कोपी प्रोसेस शुरू किया. इसमें मुंह से एक पतली ट्यूब डाली जाती है, जिससे डॉक्टर सीधे फूड पाइप में जाकर फंसी चीज़ों को देख और निकाल सकते हैं. तीनों सिक्के सावधानी से निकाल लिए गए. अच्छी बात यह रही कि बच्चे को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और अब वह फिर से ठीक से खाना-पीना शुरू कर चुका है.

सिक्का निगलने पर क्या करें?

हर बार सिक्का निगलना खतरनाक नहीं होता, लेकिन कुछ हालात में यह जानलेवा भी बन सकता है. इसलिए समझना ज़रूरी है कि कब डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए. अगर बच्चा खाना नहीं निगल पा रहा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. इसके अलावा, सांस लेने में तकलीफ, या सांस तेज़ चलना, बेहोशी और जवाब न देने पर भी देर न करें. इनमें से किसी भी कंडीशन में देर ना करें. सीधे अस्पताल जाएं.

अस्पताल में आमतौर पर क्या होता है?

एक्स-रे जांच में यह देखा जाता है कि सिक्का शरीर में कहांं है. अगर सिक्का पेट में है, तो डॉक्टर कुछ समय तक उसका पीछा करते हैं. वह खुद-ब-खुद 24 से 48 घंटे में बाहर निकल सकता है. इसके अलावा, अगर सिक्का भोजन नली में फंसा है और 6 घंटे में नहीं निकला, तो एंडोस्कोपी जैसी प्रक्रिया की जाती है.

भूलकर न करें ये गलतियां

  • बच्चे को उल्टी कराने या खुद सिक्का निकलवाने की कोशिश न करें.
  • अगर बच्चा सांस नहीं ले पा रहा या खांसी आ रही है, फौरन डॉक्टर के पास जाएं.
  • अगर बच्चा सामान्य है, तो भी एक्स-रे के लिए डॉक्टर से मिलें.
  • घर पर घरेलू उपाय बिल्कुल न करें.
  • सिक्के के साइज और नंबर की जानकारी डॉक्टर को दें.
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