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ओव्यूलेशन सेक्स या कम हो मोटापा! गूगल आंटियों से बचें, गयनेकोलॉजिस्ट से जानें फर्टिलिटी से जुड़े 5 बड़े मिथ

ये सलाह अधूरी है की सेक्स का समय ज़रूरी है, लेकिन रिलेशन की कंफर्ट, तनाव का स्तर, हार्मोनल बैलेंस और स्पर्म हेल्थ भी उतने ही अहम हैं.हमारा शरीर कोई रोबोट नहीं है, इसलिए बहुत ज़्यादा कैलेंडर ट्रैकिंग से ज़्यादा दबाव ही बनता है.

ओव्यूलेशन सेक्स या कम हो मोटापा! गूगल आंटियों से बचें, गयनेकोलॉजिस्ट से जानें फर्टिलिटी से जुड़े 5 बड़े मिथ
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( Image Source:  Create By AI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 23 Oct 2025 3:47 PM IST

प्रजनन से जुड़े मिथकों और भ्रामक सलाहों की बाढ़ के बीच एक सटीक और ज़मीनी आवाज़ बनकर उभरी हैं डॉ. संतोषी नंदीगम, जो प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ (Obstetrician & Gynaecologist) हैं. उन्होंने 16 जुलाई को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें महिलाओं को इंटरनेट पर उपलब्ध अनसाइंटिफिक, अप्रमाणित और गूगल बेस्ड 'प्रेग्नेंसी हैक्स' से सावधान रहने की सलाह दी. अपनी पोस्ट में उन्होंने ‘5 फर्टिलिटी मिथक जिन्हें अब ख़त्म कर देना चाहिए' टाइटल से उन मिसकन्सेप्शन्स को निशाने पर लिया, जो प्रजनन क्षमता (Fertility) को लेकर लंबे समय से महिलाओं के बीच फैली हुई हैं और जिन्हें अक्सर बिना जांचे-परखे सोशल मीडिया या पारिवारिक दबावों के ज़रिए सही मान लिया जाता है.

डॉ. नंदीगम ने साफ कहा कि गूगल आंटियों और इंटरनेट पर मिलने वाली ग़लत जानकारी से बचिए. फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) को लेकर सच जानना ज़रूरी है, वरना ग़लत सलाहें आपकी सेहत और आत्मविश्वास दोनों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. तो आइए जानते हैं वो 5 आम लेकिन ग़लत सलाहें, जिनसे आपको सावधान रहना चाहिए.

1. एग फ्रीज़ कर लिया? अब उम्र की फिक्र छोड़ो!

अंडों को फ्रीज़ करना प्रजनन का बीमा (इंश्योरेंस) नहीं है. डॉ. नंदीगम बताती हैं कि उम्र अब भी बहुत मायने रखती है. जितनी जल्दी अंडों को फ्रीज़ किया जाए, उतनी ही ज़्यादा उनकी क्वॉलिटी और प्रेग्नेंसी की संभावना होती है. फ्रीज़र पर नहीं, सही जानकारी और समय पर लिए गए फैसलों पर भरोसा करें.

2. वज़न घटाओ, बच्चा खुद हो जाएगा!

प्रेग्नेंसी में वज़न ज़रूर एक पहलू है, लेकिन इकलौता कारण नहीं. प्रजनन क्षमता पर हार्मोन, इमोशनल हेल्थ, शरीर की ऊर्जा और कई फैक्टर असर डालते हैं. किसी महिला को वज़न के लिए शर्मिंदा करना इलाज नहीं है समझ और समझ और सपोर्ट ज़रूरी है.

3. सिर्फ ओव्यूलेशन के समय ही सेक्स करें!

ये सलाह अधूरी है, सेक्स का समय ज़रूरी है, लेकिन रिलेशन की कंफर्ट, तनाव का स्तर, हार्मोनल बैलेंस और स्पर्म हेल्थ भी उतने ही अहम हैं.हमारा शरीर कोई रोबोट नहीं है, इसलिए बहुत ज़्यादा कैलेंडर ट्रैकिंग से ज़्यादा दबाव ही बनता है.

4. नारियल के तेल से खाना बनाओ, प्रेग्नेंट हो जाओगी!

नारियल का तेल हेल्दी हो सकता है, लेकिन यह प्रेग्नेंसी की कोई गारंटी नहीं देता. फर्टिलिटी के लिए ज़रूरी है- संतुलित खानपान, सूजन कम करना और हार्मोन को संतुलन में रखना. किसी एक जादुई चीज़ से चमत्कार की उम्मीद करना ग़लत है.

5. सख्त डाइट ही फर्टिलिटी की कुंजी है!

बहुत सख्त या सीमित डाइट अक्सर तनाव बढ़ाती है. डॉ. नंदीगम कहती हैं- आपका शरीर पोषण चाहता है, सज़ा नहीं. मतलब, एक संतुलित और सहज डाइट ही प्रजनन स्वास्थ्य के लिए सही होती है, न कि एक्सट्रीम डाइट प्लान.

एग फ्रीज़िंग को लेकर जागरूकता ज़रूरी है

डॉ. नंदीगम का मानना है कि महिलाएं अगर एग फ्रीज़िंग का सोच रही हैं तो उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए, ये प्रक्रिया क्या है, कब सबसे असरदार होती है, इसके फायदे और सीमाएं क्या हैं. केवल सोशल मीडिया या विज्ञापन के भरोसे फैसला न लें, बल्कि विज्ञान और डॉक्टरी सलाह के आधार पर फैसला लें.

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