दिल्ली हाट और लजीज खानों का लुफ्त, देखिए न्यूजीलैंड के राजदूत पैट्रिक राटा का वीडियो वायरल
New Zealand High Commission in India: न्यूजीलैंड के राजदूत पैट्रिक राटा को दिल्ली हाट में घूमते देखा गया. इस दौरान उन्होंने बेड़मी पुरी, छोले भटूरे, जलेबी, मसाला चाय और आम की लस्सी जैसे स्वादिष्ट भारतीय खानों का लुफ्त उठाया.

New Zealand High Commission in India: भारत में न्यूजीलैंड के राजदूत पैट्रिक राटा (Patrick Rata) ने देश की राजधानी दिल्ली शहर का लुफ्त आम लोगों की तरह उठाया. इस दौरान वह कहीं इलेक्ट्रिक रिक्शा पर घूमते तो कहीं स्वादिष्ट खानों का लुफ्त उठाते दिखें. उन्होंने दिल्ली हाट घूमते हुए सुंदर कलाकृतियों को भी देखा. इस दौरान उन्होंने वीडियो के जरिए दुनियाभर को दिल्ली दर्शन भी कराया. राजदूत ने'दिल से दिल्ली' के अपने वीडियो सीरिज में लोगों का दिल जीत लिया.
पैट्रिक राटा ने वीडियो शेयर कर लिखा, 'दिल्ली हाट हमारा दिल है. सम्पूर्ण भारत की कलाएं और शिल्प, जीवंत रंगों, पीढ़ियों पुराने कौशल और बहुमूल्य परंपराओं को एक साथ लेकर आ रही हैं.' राटा ने वीडियो में कहा, 'इस शहर और इस देश में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. मुझे दिल्ली एक रोमांचक जगह लग रही है.' पैट्रिक राटा ने एक स्थानीय रेस्तरां में अपना समय बिताया, जहां उन्होंने बेड़मी पुरी, छोले भटूरे, जलेबी, मसाला चाय और आम की लस्सी जैसे स्वादिष्ट भारतीय खानों का लुफ्त उठाया.
दिल्ली हाट में आनंद लेते दिखें पैट्रिक राटा
पैट्रिक राटा ने कहा, 'भारत विशाल है और यह महत्वपूर्ण है. यह दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. भारत और न्यूजीलैंड के बीच हमेशा से मजबूत संबंध रहे हैं.' वीडियो में राजदूत दिल्ली हाट में आनंद ले रहे थे. इस दौरान राटा ने कहा कि यहां पर सभी 28 राज्यों की कलाकृतियां, लकड़ी की कलाकृतियां, पेपर माचे, कपड़े और वस्त्र मिलते हैं. राजदूत ने एक पारंपरिक टोकरी भी पकड़ी और कहा कि यह उन्हें न्यूजीलैंड में माओरी कलाकृति की याद दिलाती है.'
माओवादी विचारक और विद्वान हैं पैट्रिक राटा
भारत में न्यूजीलैंड के राजदूत होने के साथ ही पैट्रिक राटा एक प्रमुख माओवादी विचारक और विद्वान हैं. वे माओज़ी विचारधारा और सामाजिक बदलाव के क्षेत्रों में सक्रिय हैं. उन्होंने माओवाद, समाजवाद, और राजनीति के मुद्दों पर कई लेख और शोध का काम किया है. उनकी प्रमुख किताबों में "Revolutionary Ideas and Revolutionary Movements" शामिल है, जिसमें उन्होंने माओवाद और अन्य समाजवादी आंदोलनों के सिद्धांतों और प्रथाओं का विश्लेषण किया है. उनकी सोच और काम आमतौर पर राजनीतिक और सामाजिक विचारधारा में गहराई से जुड़े होते हैं.