मां का दूध लाईफ सेवर है.... Jwala Gutta बनी नन्हे शिशुओं की मसीहा, अब तक 30 लीटर ब्रेस्टमिल्क का दान
ज्वाला गुट्टा की इस पहल ने समाज को एक बड़ा संदेश दिया है. खेल की दुनिया में चैंपियन बनना बड़ी बात है, लेकिन असली चैंपियन वही है. जो दूसरों की ज़िंदगी बेहतर बनाए। आज ज्वाला सिर्फ़ बैडमिंटन की स्टार नहीं, बल्कि हजारों नवजातों के लिए एक जीवनदायिनी बन चुकी हैं.

भारत की बैडमिंटन स्टार ज्वाला गुट्टा आज सिर्फ़ अपने खेल के लिए ही नहीं, बल्कि समाज सेवा और एक नेक पहल के लिए भी सुर्ख़ियों में हैं. अप्रैल 2024 में अपनी बेटी मीरा के जन्म के बाद, उन्होंने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे अनगिनत नवजात शिशुओं की ज़िंदगी बच सकती है. ज्वाला ने एक सरकारी अस्पताल में डोनर मिल्क (मां का दूध दान करने की पहल) से जुड़कर लगातार दूध दान किया है और अब तक वह लगभग 30 लीटर स्तन दूध दान कर चुकी हैं. ज्वाला गुट्टा का कहना है कि मां का दूध बच्चों के लिए लाइफ सेवर होता है, ख़ासकर उन शिशुओं के लिए जो समय से पहले जन्म लेते हैं या गंभीर बीमारियों से जूझ रहे होते हैं.'
उनकी इस पहल से ऐसे बच्चों को मदद मिल रही है जिनकी माताएं दूध नहीं पिला पा रही हैं या अस्पताल में भर्ती हैं. ज्वाला ने अगस्त में अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था, 'ब्रेस्टफीडिंग जीवन बचाता है. समय से पहले जन्मे और बीमार शिशुओं के लिए, दान किया गया दूध जीवन बदल सकता है. अगर आप दान कर सकते हैं तो आप किसी परिवार के लिए हीरो बन सकते हैं.' उनके इस मैसेज ने हजारों लोगों तक यह जागरूकता पहुंचाई.'
लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर ज्वाला की इस पहल की खूब सराहना हो रही है. एक यूज़र ने लिखा, 'वह कई बच्चों की मां हैं.' दूसरे ने कहा, 'बहुत कम लोग ऐसे नेक काम के लिए तैयार होते हैं.' किसी ने लिखा, 'मां के दूध में डीएचए होता है, जो बच्चों के दिमाग और शरीर के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है. पाउडर दूध में यह नहीं मिलता धन्यवाद ज्वाला.' एक अन्य टिप्पणी में लिखा गया, 'आप हमेशा चैंपियन रही हैं, मैदान पर भी और अब मैदान के बाहर भी.'
परिवार की ख़ुशियां
ज्वाला और उनके पति एक्टर-निर्माता विष्णु विशाल की शादी 22 अप्रैल 2021 को हुई थी. ठीक चार साल बाद, यानी 22 अप्रैल 2024 को, उनकी शादी की सालगिरह के दिन ही उन्हें बेटी मीरा का आशीर्वाद मिला. विष्णु ने सोशल मीडिया पर मीरा के जन्म की ख़ुशख़बरी शेयर की और लिखा, 'हमें एक नन्ही परी मिली है. आर्यन (पहली शादी से बेटा) अब बड़ा भाई बन गया है. यह हमारी चौथी शादी की सालगिरह है और हमें ईश्वर ने सबसे बड़ा तोहफ़ा दिया है.'
आमिर खान की खास मदद
इस कहानी में एक इमोशनल मोड़ तब आता है जब यह पता चलता है कि ज्वाला और विष्णु की बेटी का नाम मीरा बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने रखा है. दरअसल, ज्वाला और विष्णु ने बच्चा पैदा करने के लिए लंबे समय तक कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. ज्वाला की उम्र 41 साल होने के कारण उन्हें बार-बार IVF ट्रीटमेंट करवाने पड़े. लगभग 5-6 बार प्रयास असफल रहे और ज्वाला ने उम्मीद छोड़ दी थी. इसी दौरान आमिर खान उनकी ज़िंदगी में मददगार बने. विष्णु ने एक इंटरव्यू में बताया कि आमिर ने उन्हें मुंबई बुलाया और पूरे 10 महीने तक ज्वाला और उनके परिवार की देखभाल की. उन्होंने IVF प्रक्रिया में सहयोग किया और हर कदम पर हिम्मत बंधाई.
नामकरण में भी आमिर की मौजूदगी
जब बच्ची का जन्म हुआ तो आमिर खान खासतौर पर हैदराबाद पहुंचेऔर नामकरण में हिस्सा लिया. उन्होंने ही बच्ची का नाम “मीरा” रखने का सुझाव दिया. यह नाम अब सिर्फ़ उनके परिवार के लिए नहीं बल्कि उस खास जुड़ाव और दोस्ती का प्रतीक बन गया है जो उन्हें आमिर खान से मिला. ज्वाला गुट्टा की इस पहल ने समाज को एक बड़ा मैसेज दिया है- खेल की दुनिया में चैंपियन बनना बड़ी बात है, लेकिन असली चैंपियन वही है जो दूसरों की ज़िंदगी बेहतर बनाए. आज ज्वाला सिर्फ़ बैडमिंटन की स्टार नहीं, बल्कि हजारों नवजातों के लिए एक जीवनदायिनी बन चुकी हैं.