जब उम्र बढ़े और रिश्ते टूटे! गोविंदा और सुनीता के तलाक के बीच ट्रेंड हुआ Grey Divorce क्या है?
कहा जा रहा है कि गोविंदा और सुनीता तलाक लेने वाले हैं. दोनों की शादी को 37 साल हो गए हैं. इससे पहले ए आर रहमान के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. अब इस बीच ग्रे डाइवोर्स ट्रेंड कर रहा है. इसका कनेक्शन उन लोगों से है, जो 50 की उम्र के बाद तलाक लेते हैं.

हाल ही में मीडिया में खबरें हैं कि गोविंदा और सुनीता तलाक लेने वाले हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि अब 40-50 उम्र के लोग ज्यादा तलाक ले रहे हैं. इसे ग्रे डाइवोर्स कहा जाता है. यह टर्म उन लोगों को रेफर करता है, जो कपल 50 साल या उससे अधिक उम्र में तलाक लेते हैं. यह शब्द तब ट्रेंड में आया है, जब बढ़ती उम्र में तलाक लेने के मामलों में इजाफा हुआ है.
यह ट्रेंड खासकर विकसित देशों में देखा गया है. ग्रे तलाक के मामले ग्लोबल लेवल पर बढ़ रहे हैं. अमेरिका में 1990 के दशक से 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में तलाक की दर दोगुनी हो गई है. अब भारत में भी यह ट्रेंड शुरू हो गया है. चलिए जानते हैं कौन से हैं वे कारण जिनसे ग्रे डाइवोर्स के मामलों में इजाफा हो रहा है. साथ ही, इसे लाइफ के नए फेज की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.
बच्चों का घर छोड़ना
बच्चों के बड़े होने और घर छोड़ने के बाद माता-पिता को एक नई स्थिति का सामना करना पड़ता है. कई बार, इस खालीपन के कारण वे अपने रिश्ते पर ध्यान देते हैं और महसूस करते हैं कि वे एक-दूसरे से दूर हो गए हैं या वे अब एक-दूसरे के लिए सही नहीं हैं.
फाइनेंशियल फ्रीडम
महिलाओं की फाइनेंशियल कंडीशन में सुधार और उनके पास काम करने के ज्यादा मौकों ने उन्हें आत्मनिर्भर बना दिया है.इस कारण से अब वे तलाक लेने के लिए ज्यादा सक्षम महसूस करती हैं. जब किसी महिला को फाइनेंशियल फ्रीडम मिलती है, तो वह एक खराब रिश्ते से बाहर निकलने के लिए ज्यादा तैयार होती है.
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समाज की बदलती सोच
यह कहना गलत नहीं होगा कि अब तलाक को टैबू की तरह नहीं देखा जाता है. अब धीरे-धीरे समाज की सोच बदल रही है. अब लोग इस बात को एक्सेप्ट करने लगे है. बुढ़ापे में तलाक लेने के मामलों में बढ़ोतरी इस बदलाव को दिखाती है. दरअसल अब लोग अपनी खुशी और मेंटल हेल्थ पर ज्यादा जोर देने लगे हैं.
लाइफ के गोल बदलना
कई बार सालों बाद कपल एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं, क्योंकि उनके लाइफ के गोल और प्राथमिकताएं बदल चुकी होती हैं. वे एक दूसरे के साथ समय बिताने की बजाय अपनी पर्सनल खुशियों और इंटरेस्ट को तवज्जो देते हैं.