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औली से लेकर सिंथन टॉप कश्मीर तक, फैमिली और बच्चों के साथ पहले स्नोफॉल का जादू देखने के लिए ये हैं बेस्ट 9 जगहें!

औली को भारत का स्विट्ज़रलैंड भी कहते हैं. यहां बहुत बड़ी-बड़ी सफ़ेद ढलानें हैं और चारों तरफ बर्फ से ढके जंगल. बच्चे यहां खुलकर दौड़ सकते हैं, बर्फ में लोट-पोट हो सकते हैं. अगर आप दिल्ली, चंडीगढ़ या पंजाब से हैं और ज़्यादा दूर नहीं जाना चाहते, तो शिमला-कुफरी सबसे आसान और बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित जगह है.

औली से लेकर सिंथन टॉप कश्मीर तक, फैमिली और बच्चों के साथ पहले स्नोफॉल का जादू देखने के लिए ये हैं बेस्ट 9 जगहें!
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( Image Source:  ANI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 18 Nov 2025 2:25 PM IST

बच्चे का पहली बार बर्फ देखना सचमुच जादुई पल होता है. नन्हे-नन्हे पैरों से ताज़ी, मुलायम बर्फ पर बने छोटे-छोटे निशान, दस्ताने पहने हाथों में चमकती बर्फ की गेंदें पकड़ना, और वो बड़ी-बड़ी आंखें जो बस हैरान होकर चारों तरफ देख रही हों ये नज़ारा देखते ही बनता है. अगर आप इस बार अपने बच्चों को पहली बर्फ दिखाना चाहते हैं और परिवार के साथ सर्दियों की यादगार छुट्टी मनाना चाहते हैं, तो भारत में कई ऐसी ख़ूबसूरत जगहें हैं जहां बहुत जल्दी (नवंबर-दिसंबर की शुरुआत में ही) बर्फबारी शुरू हो जाती है और बच्चे खूब मज़े कर सकते हैं. चलिए, जानते हैं वो सबसे अच्छी जगहें-

औली, उत्तराखंड

औली को भारत का स्विट्ज़रलैंड भी कहते हैं. यहां बहुत बड़ी-बड़ी सफ़ेद ढलानें हैं और चारों तरफ बर्फ से ढके जंगल. बच्चे यहां खुलकर दौड़ सकते हैं, बर्फ में लोट-पोट हो सकते हैं और छोटे-छोटे स्लोप पर फिसल सकते हैं. सबसे मज़ेदार बात – जोशीमठ से औली तक रोपवे (केबल कार) जाती है, जिसमें बैठकर बच्चे ऊपर से पूरा बर्फीला नज़ारा देखकर चिल्लाते हैं. बर्फबारी आमतौर पर नवंबर के आखिर से शुरू हो जाती है और लंबे समय तक रहती है.

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मनाली और सोलंग वैली, हिमाचल प्रदेश

मनाली तो हर किसी की पसंदीदा जगह है, और सोलंग वैली में तो उत्तर भारत में सबसे पहले और सबसे ज़्यादा बर्फ गिरती है. यहां स्लेज (लकड़ी की गाड़ी) की सवारी, स्नो ट्यूबिंग (बड़े ट्यूब में बैठकर फिसलना), और बर्फ के ढेर बनाना बच्चों के लिए ये जगह स्वर्ग है. नवंबर के आखिर या दिसंबर की शुरुआत में ही यहां अच्छी बर्फ जम जाती है. अगर थोड़ा और ऊपर रोहतांग पास या अटल टनल के पास जाएं तो और भी ज़्यादा बर्फ मिलती है.

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सिंथन टॉप, जम्मू-कश्मीर

ये जगह अभी बहुत कम लोग जानते हैं, इसलिए यहां भीड़बाड़ भी कम होती है. बहुत ऊंचा दर्रा है और चारों तरफ बर्फ से ढके पहाड़. यहां की पहली बर्फबारी बहुत जल्दी हो जाती है और नज़ारे इतने सुंदर हैं कि फोटो खींचते नहीं थकेंगे. जो परिवार शांति और ताज़ी बर्फ चाहते हैं, उनके लिए बेस्ट है.

सोनमर्ग, कश्मीर

सोनमर्ग का मतलब ही है 'सोने का मैदान', और सर्दियों में ये पूरा मैदान सफ़ेद चांदी जैसा हो जाता है. नवंबर-दिसंबर में ही यहां अच्छी बर्फबारी शुरू हो जाती है. यहां बच्चे बर्फ में खेल सकते हैं, टट्टू की सवारी कर सकते हैं और थोड़ी दूर थजीवास ग्लेशियर भी देख सकते हैं. जनवरी-फरवरी में बहुत ज़्यादा बर्फ पड़ने से रास्ते बंद हो जाते हैं, इसलिए नवंबर-दिसंबर सबसे अच्छा समय है.

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रोहतांग पास, हिमाचल प्रदेश

मनाली से थोड़ा ऊपर रोहतांग पास पर तो अक्सर अक्टूबर-नवंबर में ही बर्फ की मोटी चादर बिछ जाती है. यहां बच्चे बर्फ में फिसल सकते हैं, स्नोमैन बना सकते हैं और ढेर सारी मस्ती कर सकते हैं. फोटो बहुत अच्छी आती हैं और ठंड भी खूब लगती है यानी असली सर्दी का मज़ा!.

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गुलमर्ग, जम्मू-कश्मीर

इस साल तो गुलमर्ग में 2 अक्टूबर को ही पहली बर्फबारी हो गई थी! यहां दुनिया की सबसे ऊँची गोंडोला (केबल कार) है, जिसमें बैठकर बच्चे बर्फ से ढके पहाड़ों के ऊपर-ऊपर उड़ते हुए महसूस करते हैं. बहुत सारे खुले मैदान हैं जहाँ बच्चे घंटों बर्फ में खेल सकते हैं.

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शिमला और कुफरी, हिमाचल प्रदेश

अगर आप दिल्ली, चंडीगढ़ या पंजाब से हैं और ज़्यादा दूर नहीं जाना चाहते, तो शिमला-कुफरी सबसे आसान और बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित जगह है. शिमला शहर में बर्फ थोड़ी देर से आती है, लेकिन कुफरी (सिर्फ 15 किमी दूर) में नवंबर-दिसंबर में ही अच्छी बर्फ जम जाती है. यहां टट्टू की सवारी, छोटा चिड़ियाघर, याक की सवारी और हल्की स्लेजिंग छोटे बच्चों के लिए परफेक्ट है.

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तो बस बैग पैक कीजिए, गर्म कपड़े, दस्ताने, टोपी और बच्चों के वॉटरप्रूफ जूते साथ ले जाइए और निकल पड़िए. पहली बर्फ का वो जादू और बच्चों की वो खुशी आपकी जिंदगी की सबसे प्यारी याद बन जाएगी.

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