छठ पूजा में डायबिटीज के मरीज इन बातों का रखें खास ध्यान, जानिए एक्सपर्ट की राय
छठ महापर्व, सूर्य देवता को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें व्रत और पूजा का विशेष महत्व होता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों के लिए यह त्योहार कुछ चुनौतियां भी लेकर आता है।

छठ पूजा भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। यह चार दिवसीय पर्व सूर्य देवता और छठी मैया की आराधना को समर्पित है। इस पर्व के दौरान श्रद्धालु नदियों, तालाबों या अन्य जल स्रोतों पर जाकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं। छठ महापर्व, सूर्य देवता को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें व्रत और पूजा का विशेष महत्व होता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों के लिए यह त्योहार कुछ चुनौतियां भी लेकर आता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सुझाव:
डॉक्टर से सलाह लें: छठ पूजा से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और अपनी दवाओं और डाइट प्लान में आवश्यक बदलाव करें।
नियमित रूप से ब्लड शुगर चेक करें: व्रत के दौरान नियमित रूप से अपना ब्लड शुगर चेक करें और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं: डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ चुनें: ठेकुआ की जगह आप गेहूं के आटे से बनी अन्य मिठाइयाँ चुन सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि करें: व्रत के दौरान हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधि करने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
तनाव से बचें: तनाव ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है, इसलिए शांत रहने का प्रयास करें।
छठ पूजा के दौरान डायबिटीज के मरीजों को क्या नहीं करना चाहिए:
लंबे समय तक भूखे रहें: नियमित अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाते रहें।
अत्यधिक मिठाई का सेवन करें: मिठाई का सेवन सीमित मात्रा में करें।
कड़ी मेहनत करें: शारीरिक रूप से थकान से बचें।