टेपवर्म का ख़तरा! फूलगोभी से पत्तागोभी तक, इन 7 सब्ज़ियों में छिपे हैं न दिखने वाले कीड़े, जानिए कैसे करें सफाई
तुरई, जो कई जगहों पर आम सब्जी मानी जाती है, उसमें भी कीड़े बहुत तेज़ी से विकसित हो सकते हैं. ये कीड़े छोटे से आकार से एक इंच तक बढ़ सकते हैं और तुरई को भीतर से खोखला कर सकते हैं.

हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बैलेंस्ड डाइट बेहद ज़रूरी है, खासतौर पर हरी सब्ज़ियों और फलों से भरपूर खाना. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी थाली में सजने वाली कई सब्ज़ियां, जो नुट्रिशन का खजाना मानी जाती हैं, वे कुछ मामलों में आपके लिए बेहद ख़तरनाक भी साबित हो सकती हैं? एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि पत्तागोभी, फूलगोभी, बैंगन, तुरई, अरबी के पत्ते, शिमला मिर्च और परवल जैसी सब्ज़ियों में अक्सर टेपवर्म जैसे परजीवी छिपे रहते हैं, जो न केवल पाचन तंत्र बल्कि मस्तिष्क तक को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं.
क्यों ख़तरनाक हैं ये कीट?
टेपवर्म एक प्रकार का फीता कृमि (parasitic worm) है, जो मिट्टी के ज़रिए सब्जियों तक पहुंचता है. खासतौर पर तब, जब खेतों में इन्फेक्टेड मल या असुरक्षित खाद का इस्तेमाल हुआ हो. इन परजीवियों के अंडे सब्जियों की सतह या अंदर छिपे रहते हैं. अगर इन्हें बिना ठीक से धोए और पकाए खा लिया जाए, तो ये अंडे शरीर में जाकर पनपने लगते हैं और मांसपेशियों, लीवर और मस्तिष्क तक को संक्रमित कर सकते हैं. इससे न्यूरोसिस्टीसरकोसिस जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है, जिसमें मस्तिष्क में सूजन, दौरे, सिरदर्द और यहां तक कि जानलेवा स्थिति बन सकती है. डॉ. नीरज कुमार (वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट, मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा) ने सात सब्जियों की सूची दी है, जिनमें टेपवर्म संक्रमण का सबसे अधिक खतरा पाया गया है.
1. फूलगोभी
फूलगोभी की संरचना इतनी सघन होती है कि उसके अंदर छोटे कीड़े आसानी से छिप जाते हैं और साधारण धोने से बाहर नहीं आते. नंगी आंखों से ये कीड़े अक्सर दिखाई भी नहीं देते. अगर इन्हें अच्छी तरह से साफ़ और पकाया न जाए, तो ये परजीवी शरीर में जाकर मांसपेशियों या मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं. फूलगोभी को गर्म पानी में कुछ मिनटों तक उबालना और फिर अच्छी तरह से पकाना ज़रूरी है.
2. पत्तागोभी
पत्तागोभी की घनी और सघन परतों में कीड़े और उनके अंडे छिपे हो सकते हैं. विशेषज्ञ पत्तागोभी को कच्चा खाने से साफ़ मना करते हैं. इसकी परतें अलग-अलग करके गर्म पानी में भाप देकर साफ करना ज़रूरी है. ये परजीवी तेज़ी से शरीर के पाचन तंत्र में फैल सकते हैं और गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं पैदा कर सकते हैं.
3. बैंगन
बैंगन में छेद या अंदर कीड़े की उपस्थिति साफ़ दिखाई देती है. अगर बैंगन के भीतर कीड़े हों और वे पकाने पर भी जीवित रह जाएं, तो इसके सेवन से टेपवर्म शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. ऐसे बैंगन को तुरंत फेंक देना चाहिए.
4. तुरई
तुरई, जो कई जगहों पर आम सब्जी मानी जाती है, उसमें भी कीड़े बहुत तेज़ी से विकसित हो सकते हैं. ये कीड़े छोटे से आकार से एक इंच तक बढ़ सकते हैं और तुरई को भीतर से खोखला कर सकते हैं. अगर यह इन्फेक्टेड एरिया पकाते समय न निकाला जाए, तो शरीर में इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है.
5. अरबी के पत्ते
इन पत्तों की सतह पर या उनके बीच टेपवर्म के अंडे हो सकते हैं. बिना अच्छी सफाई के सेवन से उल्टी, पेट दर्द और तंत्रिका संबंधी परेशानियां हो सकती हैं. हर पत्ते को अलग करके बहते पानी में धोने और फिर पकाने से ही इनसे छुटकारा पाया जा सकता है.
6. शिमला मिर्च
शिमला मिर्च के अंदर बीजों के आसपास टेपवर्म अंडे मौजूद हो सकते हैं. यह देखा गया है कि संक्रमण के अधिकांश मामले शिमला मिर्च की अंदरूनी सफाई न करने की वजह से होते हैं. सभी बीजों को निकालना और सब्ज़ी को अंदर-बाहर से अच्छी तरह धोना आवश्यक है.
7. परवल
परवल के बीजों में भी संक्रमण पाया जा सकता है, खासकर जब इसे रासायनिक खाद या कीटनाशकों से उगाया गया हो। इसे बिना धोए या ठीक से पकाए खाने से पेट संबंधी समस्याएँ, सिरदर्द और गंभीर संक्रमण हो सकता है.
कैसे करें सुरक्षा?
सब्जियों को बहते पानी में धोएं और अगर संभव हो तो एक बार गरम पानी में भी भिगोकर रखें.
पत्तेदार सब्जियों की परतें अलग करके भाप में पकाएं.
जिन सब्जियों में कीड़े दिखें, उन्हें फेंक देना ही बेहतर है.
कच्ची सब्जियाँ (जैसे सलाद में उपयोग होने वाली) बहुत सावधानी से साफ करके ही खाएं