Zakir Naik ने FB पर पोस्ट किया ये Video, सोशल में AIDS का मचा हल्ला, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर बैन, लेकिन फेसबुक क्यों खुला?
सोशल मीडिया पर जाकिर नाइक को AIDS होने की अफवाह फैल गई, जिससे हड़कंप मच गया. इस बीच, जाकिर नाइक ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया. हालांकि उनका इंस्टाग्राम और यूट्यूब अकाउंट बैन है, लेकिन फेसबुक अकाउंट खुला हुआ है. विशेषज्ञों के अनुसार, फेसबुक पर उन्हें अभी तक बैन नहीं किया गया क्योंकि प्लेटफॉर्म ने उनके कंटेंट पर सरकार के निर्देश के मुताबिक कार्रवाई नहीं की है.

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि इस्लामी प्रचारक ज़ाकिर नाइक को AIDS हो गया है. जिसके बाद यूजर्स तरह- तरह का दावा कर रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि Zakir Naik सोशल मीडिया में अधिकतर एक्टिव रहते हैं तो अगर ये खबर सही है तो उनके तरफ से या फिर इससे संबंधित किसी प्रकार अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. वहीं उनके AIDS वाले दावे पर हल्ला मचा हुआ है हालांकि इस दावे पर कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
फैक्ट चेक और उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट (जैसे कि X/ट्विटर) की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि ज़ाकिर नाइक वर्तमान में स्वस्थ हैं और अस्पताल में भर्ती होने या AIDS जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे होने की कोई पुष्टि नहीं है. हाल ही में जाकिर नाइक ने सोशल मीडिया के फेसबुक पर लिखा कि, 'Son of God का मतलब है भगवान का पैगंबर. इस पोस्ट से पता चलता है कि अगर Zakir Naik अभी सोशल मीडिया में एक्टिव है तो AIDS की खबर पुरी तरह फेक है.
ज़ाकिर नाइक, भारतीय इस्लामी प्रचारक, अक्सर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने रहते हैं. उनके विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर गतिविधियों को लेकर कई देशों ने अलग-अलग प्रतिबंध लगाए हैं. हाल ही में उनके एक्स (पूर्व में ट्विटर), इंस्टाग्राम और यूट्यूब अकाउंट्स पर बैन लगाया गया है, लेकिन फेसबुक अकाउंट अभी भी सक्रिय क्यों है, यह सवाल कई लोगों के मन में उठ रहा है. आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि सोशल मीडिया बैन या प्रतिबंध किसी व्यक्ति के खिलाफ सरकारी आदेश, प्लेटफॉर्म की नीतियों या अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर लगाया जाता है. Zakir Naik के खिलाफ भारत और कुछ अन्य देशों में कई गंभीर आरोप हैं, जैसे कि धन के गबन और लोगों को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने का प्रयास. इसलिए उनके कंटेंट को लेकर सावधानी बरती जाती है. जहां तक इंस्टाग्राम, यूट्यूब और एक्स की बात है, ये प्लेटफॉर्म्स काफी सख्त नियम और एल्गोरिदम के आधार पर कंटेंट मॉडरेशन करते हैं. नाइक के वीडियो और पोस्ट अक्सर विवादास्पद विषयों पर होते हैं और ये प्लेटफॉर्म्स स्थानीय कानून और वैश्विक साइबर सुरक्षा नीतियों के अनुरूप कार्रवाई करते हैं. यही वजह है कि इन प्लेटफॉर्म्स ने उनके अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया.
दूसरी ओर, फेसबुक का मामला थोड़ा अलग है. फेसबुक की पॉलिसी और मॉडरेशन प्रक्रिया अन्य प्लेटफॉर्म्स से अलग है. इसके तहत किसी अकाउंट को बैन करने से पहले विस्तृत समीक्षा और शिकायत प्रक्रिया होती है. हो सकता है कि फेसबुक ने ज़ाकिर नाइक के कंटेंट को फिलहाल वैध माना हो या बैन करने के लिए पर्याप्त शिकायतें प्राप्त नहीं हुई हों. इसके अलावा, फेसबुक के स्थानीय कार्यालय और उसकी कानूनी टीम हर देश के नियमों के मुताबिक अलग-अलग कार्रवाई करती है. इसके अलावा, तकनीकी कारण भी हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, फेसबुक पर उनका कंटेंट या अकाउंट किसी अन्य देश में उपलब्ध है, या प्लेटफॉर्म ने उनके प्रोफाइल और पेज को लेकर अलग तरह की मॉनिटरिंग की है.
संक्षेप में कहा जाए तो, ज़ाकिर नाइक के इंस्टाग्राम, यूट्यूब और एक्स बैन होने के बावजूद फेसबुक पर उनके अकाउंट की सक्रियता प्लेटफॉर्म की मॉडरेशन नीतियों, शिकायतों की संख्या, स्थानीय कानून और तकनीकी समीक्षा पर निर्भर करती है. यह एक ऐसा मामला है जो सोशल मीडिया नियम और कानून की जटिलताओं को दर्शाता है.