क्या एक हो जाएगा 'साहेब' का परिवार? अजित पवार की मां के बयानों से महाराष्ट्र में मची सियासी हलचल
Maharashtra News: अजित पवार की मां ने नए साल के मौके पर पवार परिवार के राजनीतिक तौर पर एक होने की कामना की है. हालांकि, बीजेपी समेत दोनों पक्षों के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि मामला परिवार तक सीमित है.

Maharashtra News: महाराष्ट्र में सरकार बन चुकी है और अजित पवार डिप्टी सीएम के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे हैं. लेकिन साल के पहले दिन कुछ ऐसा हुआ जिसने महाराष्ट्र के सियासत में हलचल मचा दी और आने वाले दिनों में अजीत पवार और शरदपवार के एक होने की कहानी भी शुरू कर दी हैं.
नए साल के दिन की जाने वाली कई शुभकामनाओं में से एक महाराष्ट्र में सबसे अलग है. बुधवार को महाराष्ट्र के अजित पवार की मां आशा पवार ने मंदिरों की नगरी में विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से कहा, 'सभी विवाद समाप्त होने चाहिए. शरद पवार और अजित पवार को फिर से एक होना चाहिए.'
बयान से मची सियासी हलचल
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अजित पवार की सभी इच्छाएं पूरी होने की भी प्रार्थना की है. भले बीजेपी और शिंदे सेना इसे पारिवारिक मामला बता रही हो, लेकिन दोनों परिवारों की राजनीतिक तौर पर फिर से एक होने की कामना करना कहीं न कहीं महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी हलचल तेज कर दी है.
राजनीति में भी बनाए रखी मर्यादा
राजनीतिक मतभेदों के बावजूद अजित पवार ने मर्यादा बनाए रखी और अपने चाचा शरद पवार पर हमला नहीं किया. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अजित पवार भतीजे रोहित पवार से बातचीत करते नजर आए, जहां अजित ने कहा कि रोहित चुनाव जीत सकते हैं, क्योंकि उन्होंने सीट पर प्रचार नहीं किया.
अपने चाचा के साथ राजनीति की शुरुआत करने वाले अजित पवार तीन दशक से अधिक समय के बाद पार्टी से अलग हो गए और जुलाई 2023 में राज्य में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए.