PM Modi से मिलने को क्यों तरस रहे हैं मोहम्मद यूनुस? आकाओं ने किया किनारा तो भारत की आई याद
Yunus Seeks To Meet PM Modi: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को लेकर तनाव के बीच भारत बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी-यूनुस की बैठक के लिए बांग्लादेश के अनुरोध पर विचार कर रहा है.

Yunus Seeks To Meet PM Modi: बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की सारी अकड़ निकल चुकी है. अमेरिका में सरकार क्या बदली, उनकी तो सारी हेकड़ी ही निकल गई. कभी अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन उन्हें गले लगाकर एशिया में अपना मोहरा बनाया था और इसके बल पर उन्होंने न सिर्फ भारत की आंख उठाया, बल्कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अन्याय होने दिया.
अब जब समय बदला तो यूनुस सरकार आगामी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी से मुलाकात की गुहार लगा रहे हैं, जबकि भारत ने इसे विचाराधीन रखा है. विदेश मंत्री जयशंकर ने शनिवार को एक संसदीय पैनल के समक्ष इसकी जानकारी दी है. विदेश मंत्री ने हाल ही में विदेश मामलों के लिए 2025 की पहली सलाहकार समिति की बैठक का समापन किया, जिसमें बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार और श्रीलंका सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
अमेरिका नहीं दे रहा भाव और चीन के आगे-पीछे यूनुस
माना जाता है कि अमेरिकी संगठन नाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) ने बांग्लादेश में तख्तापलट का ताना बाना बुना है. USAID का असल काम अमेरिका के हितों के मुताबिक जियो-पॉलिटिक्स को साधना होता है. अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने बांग्लादेश को दी जाने वाली मदद को रोकने की घोषणा कर चुके हैं. तब जॉर्ज सोरोस ने मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की. जॉर्ज सोरोस फंड और USAID दुनिया भर में एक साथ काम करते हैं.
अभी यूनुस चीन से पैसे जुटाने जाने वाले हैं, जहां से सूत्रों के मुताबिक खबर आई कि चीन ने भी फंडिंग को लेकर आनाकानी कर रहा है. यूनुस चीन से आर्थिक मदद मांगने जा रहे हैं. बांग्लादेश की नौसेना को चीन से सैन्य सहायता मिली है, लेकिन इसके पीछे भी चीन की चालबाजी है. बांग्लादेश में चीन का निवेश 38 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है. दक्षिण एशिया में बांग्लादेश, चीनी निवेश पाने वाला पाकिस्तान के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है.
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन
2 से 4 अप्रैल तक बैंकॉक में होने वाला बिम्सटेक शिखर सम्मेलन भारत और बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक होने की उम्मीद है. जयशंकर ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन में भाग ले सकते हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय अभी होना बाकी है. अगर मोदी और यूनुस के बीच बैठक होती है तो दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव को देखते हुए इस पर कड़ी नजर रखी जाएगी.