ओडिशा में बीजेपी सरकार के साथ काम क्यों नहीं करना चाहतीं IAS सुजाता कार्तिकेयन? नवीन पटनायक की हैं खास
कर्तिकेयन को 5 जून को उनकी नाबालिग बेटी की देखभाल के लिए 26 नवंबर तक छुट्टी दी गई थी, क्योंकि उनकी बेटी 10वीं की परीक्षा दे रही थी. 4 नवंबर को उन्होंने छुट्टी बढ़ाने के लिए आवेदन किया था. इससे पहले चुनाव आयोग ने कर्तिकेयन को मिशन शक्ति विभाग से हटाकर एक ऐसी जगह ट्रांसफर कर दिया था, जहां जनता से सीधे संपर्क की जरूरत नहीं थी.

ओडिशा को माझी सरकार ने आईएएस अधिकारी सुजाता कर्तिकेयन के चाइल्डकेयर लीव को छह महीने बढ़ाने का आवेदन खारिज कर दिया है. सरकार ने कहा कि आपके द्वारा 27 नवंबर 2024 से चाइल्डकेयर लीव को छह महीने बढ़ाने के आवेदन पर विचार करने के बाद इसे रिजेक्ट किया जाता है. आपको बुधवार से ड्यूटी जॉइन करने के लिए कहा जाता है.
कर्तिकेयन को 5 जून को उनकी नाबालिग बेटी की देखभाल के लिए 26 नवंबर तक छुट्टी दी गई थी, क्योंकि उनकी बेटी 10वीं की परीक्षा दे रही थी. 4 नवंबर को उन्होंने छुट्टी बढ़ाने के लिए आवेदन किया था. इससे पहले चुनाव आयोग ने कर्तिकेयन को मिशन शक्ति विभाग से हटाकर एक ऐसी जगह ट्रांसफर कर दिया था, जहां जनता से सीधे संपर्क की जरूरत नहीं थी. बाद में उन्हें वित्त विभाग में विशेष सचिव बनाया गया. अब उन्हें बुधवार से इस पद पर काम शुरू करना होगा.
बीजेपी के साथ काम नहीं करना चाहती
इस आदेश से पता चलता है कि वह वर्तमान की मोहन चरण माझी सरकार के साथ काम करने को राजी नहीं है. इसका कारण ये भी है कि वह ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडीयन की पत्नी हैं. साथी ही पटनायक सरकार के समय बीजेपी ने कई बार चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
बीजेपी का आरोप था कि कर्तिकेयन बीजेडी के चुनावी प्रचार में सक्रिय भूमिका निभा रही थीं. पार्टी ने यह भी दावा किया कि सरकार ने 'मिशन शक्ति' के तहत लगभग 70 लाख ग्रामीण महिलाओं को 6 लाख स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया, जिसका इस्तेमाल बीजेडी के लिए वोट जुटाने के उद्देश्य से किया जा रहा था. चुनाव के दौरान बीजेपी ने कर्तिकेयन के निलंबन की मांग भी की थी.
कौन हैं सुजाता कर्तिकेयन?
सुजाता कर्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडीयन की पत्नी हैं. उनका जन्म 5 सितंबर 1975 को झारखंड (उस वक़्त बिहार) के जमशेदपुर में हुआ था. उन्होंने इंटरनेशनल पॉलिटिक्स से मास्टर्स किया है. सुजाता और वीके पांडियान के दो बच्चे हैं. उनकी बेटी का नाम नयनतारा कार्तिकेयन है.
सुजाता के पिता डॉ. अक्षय कुमार बिहार के फेमस पिडियाट्रीशन थे. सुजाता आईएएस बनना चाहती थीं इसलिए हाईस्कूल के बाद पिता के साथ 1993 में दिल्ली शिफ्ट हो गई थीं. सुजाता और उनके पति वीके पांडियन दोनों ही 2000 बैच के आईएएस हैं. ट्रेनिंग के समय ही दोनों का अफेयर हुआ था और फिर उन्होंने शादी कर ली. वीके पांडियान को पहले पंजाब कैडर दिया गया था और सुजाता को ओडिशा कैडर मिला था. बाद में सुजाता के बेस पर वीके पांडियान को भी ओडिशा कैडर मिल गया.
पति ने राजनीति से लिया संन्यास
2024 के आम चुनावों में बीजेडी की करारी हार के बाद ब्यूरोक्रेट से नेता बने वीके पांडियन ने जून में राजनीति से संन्यास ले लिया. बीजेडी की इस हार ने राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के 24 साल के लंबे शासन का अंत कर दिया, जिससे पांडियन आलोचनाओं के केंद्र में आ गए थे.