भाजपा के आरोपों से क्यों भड़क उठा अमेरिका, दिया ये जवाब; अडाणी का भी किया जिक्र
भाजपा ने शनिवार को अमेरिका के विदेश विभाग पर बड़ा आरोप लगाया. इसके बाद अमेरिका ने अपना पक्ष रक्षा और सभी आरोपों से मना कर दिया है. भाजपा ने आरोप लगाया कि अमेरिका को विभाग द्वारा वित्तपोषित संगठन और अमेरिकी डीप स्टेट के तत्व पीएम नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी पर लक्षित हमलों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने की कोशिश के पीछे हैं.

भाजपा ने हाल ही में अमेरिका के विदेश विभाग पर एक समाचार पोर्टल को फंडिंग के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया था. पार्टी ने दावा किया था कि पोर्टल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाकर खबरें प्रकाशित की थीं.
जवाब में क्या बोला अमेरिका?
नई दिल्ली में स्थित अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को इन आरोपों को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'यह बेहद निराशाजनक है कि भारत में सत्तारूढ़ दल इस प्रकार के आरोप लगा रहा है. दूतावास ने किसी भी फंडिंग या अस्थिरता फैलाने के प्रयासों के आरोप को पूरी तरह निराधार बताया.'
भाजपा ने क्या लगाए आरोप?
यह उस समय हुआ जब भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि अमेरिका में कुछ तत्वों ने पत्रकारों के एक समूह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत की विकास गाथा को अपुष्ट तरीके से बाधित करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि यह सब अमेरिकी विदेश विभाग के साथ मिलकर किया जा रहा है.
OCCRP और कांग्रेस का जवाब
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अडानी ग्रुप के खिलाफ अमेरिकी अदालत में चल रहे मामलों और OCCRP (ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) की भूमिका को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. पात्रा ने OCCRP की फंडिंग और इसके उद्देश्यों पर सवाल उठाते हुए इसे भारत के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश करार दिया.
संबित पात्रा ने फ्रांसीसी पोर्टल मीडियापार्ट की एक रिपोर्ट का हवाला दिया कि ओसीसीआपी को अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय विकास एंजेसी और अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरेस जैसे लोगों द्वारा फाइनेंस किया गया था. भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाकर भारत को अस्थिर करने का डीप स्टेट का स्पष्ट उद्देश्य था. संबित पात्रा ने कहा, “एक फ्रांसीसी रिसर्च मीडिया ग्रुप ने खुलासा किया है कि ओसीसीआरपी की 50% फंडिंग सीधे अमेरिकी विदेश विभाग से आती है.