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कोलकाता के Jadavpur University में 'फ्री फिलिस्तीन और आजाद कश्मीर' के किसने लिखे नारे? मचा बवाल

कोलकाता स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय में 'फ्री कश्मीर' और 'फ्री फिलिस्तीन' जैसे नारों के पोस्टर सामने आने से विवाद उत्पन्न हो गया है. हालांकि, इन पोस्टरों को किसने लगाया, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. इन पोस्टरों के कारण विश्वविद्यालय परिसर में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है.

कोलकाता के Jadavpur University में फ्री फिलिस्तीन और आजाद कश्मीर के किसने लिखे नारे? मचा बवाल
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 11 March 2025 12:44 AM IST

कोलकाता पुलिस ने जादवपुर यूनिवर्सिटी में सामने आई नई ग्रैफिटी को लेकर एक नई शिकायत दर्ज की है. हालांकि, पुलिस यह बताने से बच रही है कि यह शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन या छात्रों द्वारा दी गई है या फिर पुलिस ने स्वतः संज्ञान (सुओ मोटो) लेते हुए यह कार्रवाई की है.

‘आज़ाद कश्मीर’ नारे पर दूसरी बार शिकायत दर्ज

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह दूसरी बार है जब ‘आज़ाद कश्मीर’ नारे को लेकर शिकायत दर्ज की जा रही है। इससे पहले आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान इसी तरह के नारे जादवपुर यूनिवर्सिटी परिसर और मुख्य सड़क पर लिखे गए थे, जिसे लेकर पुलिस ने पहले भी मामला दर्ज किया था.

राष्ट्रीय ध्वज के कथित अपमान पर भी होगी कानूनी कार्रवाई

इसके अलावा, एक जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्र पर राष्ट्रीय ध्वज के कथित अपमान को लेकर भी पुलिस कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है. पुलिस की कानूनी टीम (लीगल सेल) इस बात पर चर्चा कर रही है कि इस मामले में अलग से एफआईआर दर्ज की जाए या पहले से दर्ज सात अन्य एफआईआर में संबंधित धाराओं को जोड़ा जाए. इन सात एफआईआर में से एक को छोड़कर सभी गंभीर आरोपों से संबंधित हैं, जिनमें शिक्षा मंत्री ब्रत्या बसु और अन्य के खिलाफ दर्ज मामला शामिल नहीं है.

राजनीतिक तनाव और विरोध के बीच आरोप-प्रत्यारोप

सूत्रों के अनुसार, यह स्लोगन यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 3 के पास देखा गया है, जिससे छात्र संगठनों के बीच तीव्र राजनीतिक तनाव उत्पन्न हो गया है. विरोध कर रहे छात्रों और जादवपुर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (JUTA) के सदस्यों ने दावा किया कि यह पोस्टर बहुत पुराना है और इसका वर्तमान विरोध प्रदर्शनों से कोई संबंध नहीं है. हालांकि, मौजूदा राजनीतिक माहौल में यह मामला फिर से चर्चा में आ गया है.

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