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न प्राइवेट अस्पताल, न दिखावा... कलेक्टर ने चुना ‘सरकारी इलाज’ का रास्ता! CM ने की तारीफ; जानें कौन हैं पामेला सत्पथी

तेलंगाना की IAS पामेला सत्पथी ने साइनस सर्जरी के लिए प्राइवेट अस्पताल नहीं, बल्कि सरकारी अस्पताल को चुना. उनके इस फैसले ने न सिर्फ सरकारी चिकित्सा सेवाओं में विश्वास जगाया, बल्कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी तक ने तारीफ की. पामेला सत्पथी पहले भी आंगनवाड़ी और सरकारी स्कूलों के लिए चर्चित रही हैं. उनके कदम ने स्वास्थ्य सेवाओं में नई प्रेरणा दी है.

न प्राइवेट अस्पताल, न दिखावा... कलेक्टर ने चुना ‘सरकारी इलाज’ का रास्ता! CM ने की तारीफ; जानें कौन हैं पामेला सत्पथी
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 17 Jun 2025 2:22 PM

तेलंगाना कैडर की आईएएस अधिकारी पामेला सत्पथी ने हाल ही में ऐसा साहसिक और प्रेरणादायक कदम उठाया है, जिसकी तारीफ मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से लेकर आम जनता तक कर रही है. उन्हें सांस लेने में तकलीफ और सिरदर्द की शिकायत थी, लेकिन उन्होंने किसी बड़े निजी अस्पताल की बजाय करीमनगर के सरकारी जनरल अस्पताल में इलाज करवाने का फैसला किया. यह निर्णय आज के दौर में सरकारी संस्थानों पर भरोसे का प्रतीक बन गया है.

पामेला सत्पथी के इस फैसले की मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने खुले तौर पर सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे लोगों में सरकारी अस्पतालों के प्रति विश्वास बढ़ा है. स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजनरसिम्हा ने भी उनकी तारीफ करते हुए इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती की दिशा में एक सकारात्मक संकेत बताया. मंत्री ने ENT सर्जनों की टीम की भी सराहना की जिन्होंने यह सर्जरी सफलतापूर्वक की.

सरकारी अस्पताल में हुई सर्जरी

IAS सत्पथी को सांस लेने में परेशानी और सिरदर्द जैसी समस्या के बाद करीमनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में पता चला कि उनकी नाक की हड्डी बढ़ गई है, जिसके चलते उन्हें एंडोस्कोपी नेसल सर्जरी और सेप्टोप्लास्टी की जरूरत थी. ENT सर्जनों की टीम ने यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया. इस पूरे इलाज के दौरान उन्होंने एक आम नागरिक की तरह सरकारी स्वास्थ्य सेवा पर विश्वास जताया.

कौन हैं IAS पामेला सत्पथी?

IAS पामेला सत्पथी वर्तमान में तेलंगाना के करीमनगर जिले की कलेक्टर हैं. वह इससे पहले यादाद्री जिले की कलेक्टर रह चुकी हैं. उस दौरान उन्होंने अपने बेटे का दाखिला सरकारी आंगनबाड़ी में करवाकर भी चर्चा बटोरी थी. वह 'शुक्रवार सभा' जैसे अभिनव कार्यक्रमों के जरिए महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लगातार काम करती रही हैं. उन्होंने सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की गुणवत्ता सुधारने के लिए उल्लेखनीय पहल की है.

कहां से की पढ़ाई?

पामेला सत्पथी ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वह पहले इन्फोसिस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर चुकी हैं. इसके बाद वह CAIR में साइंटिस्ट फेलो भी रहीं. उन्होंने सोशियोलॉजी और मानवाधिकार में पोस्टग्रेजुएशन के साथ-साथ ट्राइबल डेवलपमेंट में डिप्लोमा भी किया. समाज सेवा की भावना से प्रेरित होकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और आईएएस बनीं.

क्यों यह कदम है बड़ी प्रेरणा?

पामेला सत्पथी का सरकारी अस्पताल में सर्जरी करवाना केवल एक चिकित्सा निर्णय नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक संदेश है. इससे सरकारी चिकित्सा प्रणाली को एक सकारात्मक बढ़ावा मिलेगा. आमतौर पर सरकारी अस्पतालों को लेकर जनता में जो अविश्वास होता है, वह इस तरह की मिसालों से टूटता है. पामेला सत्पथी का यह कदम बताता है कि जब एक उच्च अधिकारी खुद सरकारी सेवाओं में विश्वास जताता है, तो वह पूरी व्यवस्था में भरोसा भर देता है.

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