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6 महीने में 12 बार रेप... कौन है BJP के करीब और पद्म पुरस्‍कार विजेता साधु, जिन पर बंगाली महिला ने लगाया ये आरोप?

पश्चिम बंगाल की एक महिला ने भारत सेवा आश्रम संघ के सन्यासी और पद्मश्री विजेता स्वामी प्रतिपत्तानंद उर्फ कार्तिक महाराज पर 2013 में नौकरी का झांसा देकर छह महीने में 12 बार बलात्कार करने का आरोप लगाया है. महिला का दावा है कि गर्भपात भी कराया गया और चुप रहने के लिए आत्महत्या की धमकी दी गई थी.

6 महीने में 12 बार रेप... कौन है BJP के करीब और पद्म पुरस्‍कार विजेता साधु, जिन पर बंगाली महिला ने लगाया ये आरोप?
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 28 Jun 2025 4:40 PM

कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक छात्रा से गैंगरेप के आरोपों से पश्चिम बंगाल पहले ही सियासी तूफान में है और अब एक और चौंकाने वाली शिकायत ने माहौल और भी गरमा दिया है. राज्य की एक महिला ने भारत सेवा आश्रम संघ के पद्मश्री प्राप्त सन्यासी, स्वामी प्रतिपत्तानंद उर्फ कार्तिक महाराज पर 2013 में नौकरी का झांसा देकर बार-बार बलात्कार करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है.

यह मामला इसलिए और भी विवादित बन गया है क्योंकि कार्तिक महाराज की छवि एक प्रतिष्ठित संत की रही है, और उनके भाजपा से करीबी संबंध जगजाहिर हैं. महिला की शिकायत और मीडिया में इस खुलासे के बाद बंगाल की सियासत में मानो भूचाल आ गया है.

स्वामी कार्तिक महाराज कौन हैं?

स्वामी कार्तिक का असली नाम प्रतिपत्तानंद बताया जा रहा है. संगठन की बात करें तो भारत सेवा आश्रम संघ (Bharat Sevashram Sangha). सम्मान से सम्मानित पद्मश्री 2024, छवि- आध्यात्मिक संत, सेवा कार्यों के लिए जाने जाते हैं. राजनीतिक संबंध की बात करें तो भाजपा के करीबी माने जाते हैं.

क्या है महिला का आरोप?

पीड़िता का दावा है कि 2013 में कार्तिक महाराज ने उसे मुर्शिदाबाद स्थित भारत सेवा आश्रम संघ के स्कूल में नौकरी दिलाने का वादा किया. इसी बहाने उसे आश्रम में ठहराया गया, जहां जनवरी से जून 2013 के बीच लगातार छह महीने में कम से कम 12 बार बलात्कार किया गया. महिला ने कहा कि वह इतने वर्षों तक चुप रही क्योंकि महाराज ने धमकी दी थी कि अगर तुमने पुलिस को कुछ बताया, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा.

पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू

पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि महिला की शिकायत पर बलात्कार और आपराधिक धमकी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. फिलहाल जांच प्रारंभिक चरण में है, और कार्तिक महाराज से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है. कार्तिक महाराज का जवाब कि 'मैं एक सन्यासी हूं, ये बाधाएं नई नहीं' आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कार्तिक महाराज ने कहा कि मैं एक सन्यासी हूं. मेरे जीवन में इस तरह की बाधाएं नई नहीं हैं. उन्होंने कहा कि महिला जिन आवासों की बात कर रही हैं, वे आश्रम की स्थायी व्यवस्था का हिस्सा हैं. आरोपों को उन्होंने 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण' करार दिया और बताया कि उनकी कानूनी टीम अदालत में जवाब देगी.

बीजेपी कनेक्शन और ममता बनर्जी का पुराना आरोप

कार्तिक महाराज पर पहले भी राजनीतिक आरोप लगते रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई बार यह कह चुकी हैं कि महाराज बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ साजिशों में शामिल हैं. 2024 में कार्तिक महाराज ने ममता बनर्जी को कानूनी नोटिस भेजते हुए उनके बयान को आश्रम की छवि पर हमला बताया था और बिना शर्त माफी की मांग की थी.

यह पूरा घटनाक्रम उस वक्त सामने आया है जब बंगाल पहले से ही कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस को लेकर गुस्से और जनआक्रोश से जूझ रहा है. अब एक प्रतिष्ठित संत पर लगे ऐसे आरोपों ने न्याय व्यवस्था, धार्मिक संस्थानों और सत्ता के गठजोड़ पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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