कौन है ऑक्टाफैक्स घोटाले का मास्टरमाइंड, जिसने भारतीय इन्वेस्टर्स से ठगे 800 करोड़, रूस से कनेक्शन
OctaFx Scam: रूसी नागरिक पावेल प्रोज़ोरोव को ऑक्टाफ़ैक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए धोखाधड़ी की गतिविधियों के पीछे मास्टरमाइंड के तौर पर पहचाना गया है, जिसने अनधिकृत फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग के ज़रिए 800 करोड़ रुपये से ज़्यादा कमाए हैं.

OctaFx Scam: ऑक्टाफैक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को लेकर ईडी ने बड़ा खुलासा किया है. इस कंपनी के जरिए रूसी नागरिक पावेल प्रोज़ोरोव विदेशी मुद्रा व्यापार के माध्यम से करोड़ो की धोखाधड़ी की है. वो इस बड़े स्कैम का मास्टरमाइंड है. उसने भारतीय इन्वेस्टर्स को 800 करोड़ रुपये का चुना लगाया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रूसी नागरिक पावेल प्रोज़ोरोव और 53 अन्य के खिलाफ विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया है. ईडी ने पावेल की 42 करोड़ रुपये की स्पेनिश संपत्तियां जब्त कीं और पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के माध्यम से स्पेन में कुर्की आदेश को लागू करने की योजना बनाई.
भारत में नहीं है कोई ऑफिस
ईडी ने कहा कि ऑक्टाफैक्स का भारत में कोई ऑफिस या कोई आधार नहीं है, लेकिन वह देश में कारोबार कर रहा है. पावेल ने रूसी भागीदारों और दो अनिवासी भारतीयों के साथ मिलकर ऑक्टाफैक्स के विदेशी मुद्रा व्यापार एप्लिकेशन का इस्तेमाल निवेशकों को उच्च रिटर्न के वादे के साथ गुमराह करने के लिए किया.
भारत से भागी CEO
ईडी की चार्जशीट के अनुसार, ऑक्टाफैक्स की सीईओ अन्ना रुदैया पिछले साल अवैध मार्गों से भारत से भाग गईं, जो भारतीय परिचालन का प्रबंधन करती थीं. वह जांच के दौरान भारत से निकलने में सफल रही. उनके खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर जारी किया गया था
चार्जशीट में 13 व्यक्तियों और 41 कंपनियों
चार्जशीट में 13 व्यक्तियों और 41 कंपनियों की सूची दी गई है. इनमें से कई फर्म विदेश में स्थित हैं और पावेल और एक भारतीय-आधारित संदिग्ध ई-कॉमर्स फर्म और ऐसे व्यक्तियों के नियंत्रण में हैं, जिन्होंने खच्चर खाते उपलब्ध कराए थे.