'तो एक भी घर रहने नहीं दूंगा...' कौन हैं गुजरात के BJP नेता सतीश पटेल जो वोट के लिए दे रहे धमकी?
BJP leader Satish Patel: गुजरात में कुछ दिनों बाद वार्ड इलेक्शन होने वाले हैं. इससे पहले भाजपा के नेता वोटर्स को धमकाते दिखे. उनके बहुत से वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. अगर कोई हमें यहां धोखा देता है और भाजपा नहीं जीतती है, तो मैं आपको यह भी गारंटी देता हूं कि मैं यहां एक भी घर नहीं रहने दूंगा...".

BJP leader Satish Patel: गुजरात में आगामी वार्ड चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों अपनी तैयारी में जुट गए हैं. पार्टियां लोगों के लिए बड़े-बड़े एलान कर रही है. जनता का हर संभव सहायता पहुंचाने की बात की जा रही है. इस बीच भाजपा के उम्मीदवार सतीश पटेल लोगों को खुलेआम धमकी देते नजर आए. जिससे हंगामा खड़ा हो गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सतीश पटेल वडोदरा में अल्पसंख्यक बहुल इलाके में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पटेल का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह कह रहे हैं कि अगर पार्टी के चार उम्मीदवारों क्षेत्र में चुनाव नहीं जीते और हार गए तो घरों को तोड़ दिया जाएगा.
वोटर्स को धमकाया
सतीश पटेल स्थानीय लोगों को खुली चुनौती देने का वीडियो सामने आया है. वह गुजराती में बोलते हैं कि "यदि आप भाजपा पैनल जीताते हैं , तो मैं आपको गारंटी देता हूं कि कोई भी घर नहीं तोड़ा जाएगा... लेकिन अगर कोई हमें यहां धोखा देता है और भाजपा नहीं जीतती है, तो मैं आपको यह भी गारंटी देता हूं कि मैं यहां एक भी घर नहीं रहने दूंगा...".
अपने भाषण में पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि सिंधी, जिन्हें पिछले सप्ताह आगामी चुनावों के लिए आप से बगावत करने और नामांकन दाखिल करने के कारण निलंबित कर दिया गया है.यह मामला रविवार का बताया जा रहा है, जब वह भाजपा की शहर इकाई के अध्यक्ष और कर्जन नगर पालिका चुनाव के प्रभारी विजय शाह के साथ प्रचार कर रहे थे.
विजय शाह ने किया सपोर्ट
सतीश पटेल ने समर्थन में विजय शाह भी आ गए हैं. शाह ने निवासियों से रावण को खदेड़कर मोहम्मदनगरी को राम नगरी में बदलने के लिए वोट करने की अपील करते दिखे. 16 फरवरी को करजन नगर पालिका में स्थानीय निकाय का चुनाव है.
कौन हैं सतीश पटेल?
हाल ही में सतीश पटेल को बड़ौदा डेयरी का अध्यक्ष चुना गया था. 4 महीने बाद ही नेता ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि डेयरी और वडोदरा जिला बीजेपी अध्यक्ष के पद के बीच चयन करने का निर्देश दिया गया था. अप्रैल में पटेल और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए निदेशक कीर्तनसिंह महारौल को करीब 2 महीने पहले अध्यक्ष और उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.