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पहलगाम हमले से पहले कहां थी ज्योति मल्होत्रा? एसेट के रूप में तैयार किया जा रहा था, पढ़ें जासूसी कांड के Top Update

हरियाणा के हिसार जिले के एसपी शशांक कुमार सावन ने कहा कि,' उसे (ज्योति मल्होत्रा) एक एसेट के रूप में विकसित किया जा रहा था. वह अन्य यूट्यूब इंफ्लुएंसर्स के संपर्क में थी और वे भी PIOs (पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स) के संपर्क में थे.

पहलगाम हमले से पहले कहां थी ज्योति मल्होत्रा? एसेट के रूप में तैयार किया जा रहा था, पढ़ें जासूसी कांड के Top Update
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 18 May 2025 5:53 PM IST

ज्योति मल्होत्रा को अब तक समझ में आ गया होगा कि उसे देश के गद्दारी करना कितना पड़ उसके लिए. हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को लेकर अब एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. देश की सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए एक एसेट के तौर पर काम कर रही थी. अदालत ने उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. आइए जानते हैं इस हाई-प्रोफाइल जासूसी केस से जुड़े अब तक के 5 बड़े अपडेट...

हरियाणा के हिसार जिले के एसपी शशांक कुमार सावन ने कहा कि,' उसे (ज्योति मल्होत्रा) एक एसेट के रूप में विकसित किया जा रहा था. वह अन्य यूट्यूब इंफ्लुएंसर्स के संपर्क में थी और वे भी PIOs (पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स) के संपर्क में थे... वह प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जाती थी. वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी और जांच इस बात को खंगाल रही है कि क्या कोई कड़ी इससे जुड़ती है. हमारे पास ऐसे संकेत हैं कि उसके साथ कुछ और लोग भी शामिल थे, इस दिशा में भी जांच चल रही है.

  • ऑपरेशन सिंदूर के बाद संदिग्धों की सूची में आई थी ज्योति

IB की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में हुए ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के बाद ज्योति को संदिग्धों की सूची में रखा गया था. उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स और कॉल डिटेल्स को मॉनिटर किया गया, जिससे उसके पाकिस्तान से संबंधों की पुष्टि हुई.

  • पाकिस्तानी इंटेलिजेंस से सीधा संपर्क

पुलिस जांच में पता चला है कि ज्योति ने पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से दोस्ती की थी. उसी के जरिए वह पाकिस्तान गई और वहां ISI ऑपरेटिव शाकिर उर्फ राणा शाहबाज से मिली. शाकिर का नंबर उसने ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव कर रखा था ताकि किसी को शक न हो.

  • सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी नेटवर्किंग

भारत लौटने के बाद ज्योति व्हाट्सएप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तान में संपर्क में बनी रही. पुलिस को शक है कि उसने भारतीय सैन्य ठिकानों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी एजेंसियों तक पहुंचाई. साथ ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की छवि सुधारने का काम भी उसी से कराया जा रहा था.

  • पिता का दावा- बेटी निर्दोष, वीज़ा लेकर गई थी पाकिस्तान

ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि वह वीज़ा लेकर पाकिस्तान गई थी और कोई अवैध गतिविधि नहीं की. उन्होंने यह भी कहा कि कभी किसी पाकिस्तानी ने उनके घर संपर्क नहीं किया.

आतंकी हमलापाकिस्तान
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