जज साहब आपने कहां से लाए इतने पैसे? सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस यशवंत वर्मा से पूछे 3 तीखे सवाल, अदालत में भी अब 'नो एंट्री'
CJI संजीव खन्ना ने दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से कहा कि वे जस्टिस यशवंत वर्मा को कोई न्यायिक काम न सौंपें और उन्हें अपने मोबाइल फोन से किसी भी प्रकार के मैसेज को न हटाने या उसे एडिट करने से रोकने के लिए कहें.

Justice Yashwant Verma: दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से बड़ी मात्रा में बेहिसाब कैश बरामद हुई है, जिसका वीडियो न सिर्फ देर रात सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया, बल्कि यशवंत वर्मा से तीखे सवाल भी पूछे. कोर्ट ने उनसे पूछा कि उनके पास ये कैश कहां से आए और कैश के सोर्सेस क्या हैं. यही नहीं फिलहाल उन्हें कोर्ट से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
जस्टिस यशवंत वर्मा को लिखे पत्र में दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके घर पर मिले कैश को लेकर कई तीखे सवालों के जवाब देने और जांच के दौरान कई सख्त निर्देश भी दिए हैं. हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस और कर्नाटक हाई कोर्ट के जज अनु शिवरामन को जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच करने के लिए नियुक्त किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस यशवंत वर्मा से पूछे 3 सवाल:
- कमरे से मिले कैश के सोर्सेस के बारे में पूरी जानकारी दें.
- उस व्यक्ति के बारे में भी दें, जिसने 15 मार्च की सुबह कमरे से जले हुए नोट निकाले थे.
- अपने मोबाइल से किसी भी मैसेज और डेटा को डिलीट किए बिना जांच समिति को सौंप दें.
जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने जवाब में क्या कहा?
जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने जवाब में आउटहाउस के स्टोररूम में पड़े पैसे के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया है. उन्होंने पुलिस के इस दावे को खारिज कर दिया कि लुटियंस दिल्ली स्थित उनके आवास में आग लगने के एक दिन बाद उनके आवास से कुछ मलबा और अधजला सामान निकाला गया था. उन्होंने इसे पूरी तरह से बेतुका बताया है.
जस्टिस वर्मा ने अपने जवाब में कहा, 'मैं आपसे यह भी अनुरोध करूंगा कि इस बात पर भी ध्यान दें कि जिस परिसर में हम रहते हैं और जिसका इस्तेमाल हम परिवार के रूप में करते हैं, वहां से कोई कैश बरामद नहीं हुई है. परिसर का वह हिस्सा, जैसा कि ऊपर बताया गया है, रहने के स्थान से बाहर है. इसलिए मैं आपसे इन निराधार आरोपों से मुझे दोषमुक्त करने का अनुरोध करता हूं.'