पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दर्ज FIR में क्या, भारत की तरफ से अब तक क्या-क्या लिया गया एक्शन? पढ़ें Top Updates
पहलगाम आतंकी हमले को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन गुस्सा अब तक ठंडा नहीं पड़ा. देशभर में लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक पाकिस्तान के खिलाफ आग उगल रहे हैं. हर कोई बस एक ही बात कह रहा है -'26 बेगुनाहों की शहादत का जवाब चाहिए!' आइए जानते हैं कहा तक पहुंचा मामला?

पहलगाम आतंकी हमले को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन गुस्सा अब तक ठंडा नहीं पड़ा. देशभर में लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक पाकिस्तान के खिलाफ आग उगल रहे हैं. हर कोई बस एक ही बात कह रहा है - 26 बेगुनाहों की शहादत का जवाब चाहिए!' मोदी सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है. पाकिस्तान का दाना-पानी बंद हो चुका है. जो देश खुद भूखमरी की कगार पर है, उसे अब भारत की तरफ से कूटनीतिक, आर्थिक और डिजिटल झटके मिल रहे हैं.
हमले के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया. उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना विदेशी दौरा बीच में छोड़कर फौरन दिल्ली वापसी की और एक के बाद एक हाईलेवल बैठकें कीं. सूत्रों के मुताबिक, सभी सुरक्षा एजेंसियों को "बिना रुकावट और बिना रहम" के काम करने का निर्देश दिया गया है. आइए जानते हैं अब तक क्या-क्या हुआ.
पहलगाम हमले पर FIR दर्ज
- 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद एक औपचारिक FIR दर्ज की गई है. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे, जबकि कई अन्य घायल हुए. FIR में कहा गया है कि अज्ञात आतंकियों ने सीमा पार बैठे आकाओं के इशारे पर अवैध हथियारों से हमला किया और पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. उनका मकसद जान लेना और इलाके में दहशत फैलाना था.'
- यह मामला भारतीय दंड संहिता (BNS) और UAPA की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. यह इस वर्ष का छठा विशेष प्रकृति का मामला है और इस इलाके में पहला ऐसा हमला माना जा रहा है. जांच की जिम्मेदारी अनंतनाग के एएसपी गुलाम हसन को सौंपी गई है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच चुकी है. साथ ही, एक स्पेशल रिपोर्ट (Report A) तैयार की जा रही है और जांच अधिकारी की ओर से एक विस्तृत रिपोर्ट भी जल्द पेश की जाएगी.
- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज, 25 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले का दौरा करेंगे. वह वहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में जाकर हमले में घायल हुए लोगों से मिलेंगे और उनका हालचाल जानेंगे. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, यह दौरा पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट करने और सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी लेने के उद्देश्य से किया जा रहा है. इतना ही नहीं बैठक में सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार ने सुरक्षा में चूक मानी है.
1. पाकिस्तान का एक्स (Twitter) अकाउंट बैन
भारत ने डिजिटल स्ट्राइक करते हुए पाकिस्तान के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर बैन लगा दिया. ये कदम पाकिस्तान के झूठे प्रचार को रोकने और उसकी साख को दुनिया के सामने गिराने के लिए उठाया गया.
2. सिंधु जल समझौता किया सस्पेंड
भारत ने 1960 से चला आ रहा सिंधु जल समझौता तुरंत सस्पेंड कर दिया. अब पाकिस्तान को बहने वाला पानी रोका जा सकता है, जिससे उसकी खेती और अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा.
3. अटारी-वाघा बॉर्डर बंद
भारत ने पाकिस्तान से जुड़ी अटारी बॉर्डर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. इससे दोनों देशों के बीच कारोबार और आवाजाही पर सीधा असर पड़ा है.
4. पाक नागरिकों का वीजा रद्द, 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश
भारत ने पाकिस्तान के सभी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं और उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने का निर्देश दिया है. ये फैसला आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के मकसद से लिया गया है.
5. कूटनीतिक रिश्तों में कटौती
भारत ने पाकिस्तान में मौजूद अपने दूतावास के कर्मचारियों को वापस बुला लिया है. साथ ही, दिल्ली में मौजूद पाक उच्चायुक्त को भी लौटने को कहा गया है. दोनों देशों में अब सिर्फ सीमित कूटनीतिक स्टाफ रहेगा.
6. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इमरजेंसी बैठक
23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की मीटिंग बुलाई, जहां ये सभी बड़े फैसले लिए गए. बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर दिया गया.
7. कश्मीर में हाई अलर्ट और सख्त सुरक्षा
हमले के बाद पूरे कश्मीर में अलर्ट जारी कर दिया गया. श्रीनगर सहित कई इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है. एयरलाइनों ने खास उड़ानें शुरू की हैं ताकि पर्यटकों को मदद मिल सके.
पाकिस्तान का क्या होगा?
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी से बात की और समर्थन जताया.
डोनाल्ड ट्रम्प ने हमला 'चिंताजनक' बताया.
सोशल मीडिया पर लोग पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा जवाब मांग रहे हैं.
कश्मीर में विरोध-प्रदर्शन, टायर जलाकर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया गया.