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क्या होता है विमान का RAT? Air India की फ्लाइट में ‘मिड-एयर’ खतरे से बाल-बाल बचे सैकड़ों यात्री, जांच में जुटा DGCA

अमृतसर से बर्मिंघम जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI117 में शनिवार को बड़ा खतरा टल गया जब विमान के लैंडिंग से ठीक पहले उसका Ram Air Turbine (RAT) अपने आप खुल गया. यह सिस्टम सामान्यतः केवल आपात स्थिति, जैसे इंजन फेल होने या बिजली सप्लाई बंद होने पर सक्रिय होता है. एयर इंडिया ने बताया कि सभी इलेक्ट्रिकल और हाइड्रॉलिक पैरामीटर सामान्य थे और विमान सुरक्षित लैंड हुआ। घटना के बाद DGCA ने जांच शुरू कर दी है और विमान को ग्राउंड कर दिया गया है.

क्या होता है विमान का RAT? Air India की फ्लाइट में ‘मिड-एयर’ खतरे से बाल-बाल बचे सैकड़ों यात्री, जांच में जुटा DGCA
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( Image Source:  X/@aviationbrk )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 6 Oct 2025 10:18 AM

पंजाब के अमृतसर से इंग्लैंड के बर्मिंघम जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में शनिवार को उस समय बड़ा खतरा पैदा हो गया जब विमान की Ram Air Turbine (RAT) बिना किसी आदेश के हवा में अपने-आप खुल गई. यह घटना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (फ्लाइट AI117) के साथ लैंडिंग से कुछ मिनट पहले हुई. हालांकि पायलट्स की सूझबूझ से विमान सुरक्षित बर्मिंघम एयरपोर्ट पर उतर गया, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर एयर इंडिया की सुरक्षा प्रणालियों और बोइंग 787 बेड़े की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

एयर इंडिया की फ्लाइट AI117 शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 को अमृतसर से इंग्लैंड के बर्मिंघम के लिए रवाना हुई थी. यह एक नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान थी जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (रजिस्ट्रेशन नंबर VT-ANO) से संचालित की जा रही थी. लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले पायलटों ने अचानक देखा कि विमान की Ram Air Turbine (RAT) अपने आप खुल गई है, जबकि ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया था.

एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा, “अमृतसर-बर्मिंघम उड़ान के दौरान फाइनल अप्रोच में RAT के खुलने की जानकारी मिली, लेकिन सभी इलेक्ट्रिकल और हाइड्रॉलिक पैरामीटर सामान्य पाए गए. विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की.”

घटना के तुरंत बाद विमान को बर्मिंघम एयरपोर्ट पर ग्राउंड कर दिया गया और इसकी वापसी उड़ान (बर्मिंघम से दिल्ली) रद्द करनी पड़ी. एयर इंडिया ने यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने की बात कही है.

आखिर RAT होता क्या है?

RAT यानी Ram Air Turbine विमान में लगा एक छोटा पंखे जैसा उपकरण होता है जो केवल आपात स्थिति में अपने आप खुलता है. यह उस समय सक्रिय होता है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाएं या बिजली की पूरी सप्लाई बंद हो जाए. आमतौर पर RAT एक छोटा टर्बाइन ब्लेड होता है जो विमान की गति से उत्पन्न हवा के दबाव से घूमता है और उसी से बिजली या हाइड्रॉलिक पावर पैदा करता है. यह बिजली विमान के उन जरूरी सिस्टम्स को चलाने के लिए प्रयोग की जाती है जो किसी भी हाल में बंद नहीं हो सकते - जैसे नेविगेशन, कम्युनिकेशन और नियंत्रण प्रणाली. इसका अपने आप खुल जाना सामान्य स्थिति में नहीं होना चाहिए. इसलिए, बिना किसी आदेश या इमरजेंसी के RAT का एक्टिवेट होना किसी गंभीर तकनीकी खराबी का संकेत हो सकता है.

क्यों बढ़ी चिंता?

यह घटना इसलिए और भयावह मानी जा रही है क्योंकि 12 जून 2025 को इसी तरह के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (एयर इंडिया-171) के साथ एक भीषण हादसा हो चुका है. उस विमान ने गुजरात के अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद लंदन के गैटविक एयरपोर्ट की ओर जाते हुए कंट्रोल खो दिया था और एक बिल्डिंग से टकरा गया था. उस हादसे में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी. उस समय की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया था कि विमान का RAT दुर्घटना से ठीक पहले अपने आप खुल गया था. यानी मौजूदा घटना कहीं न कहीं उस हादसे की याद ताजा करती है और यह संकेत देती है कि बोइंग 787 बेड़े में संभवतः इलेक्ट्रिकल सिस्टम से जुड़ी कोई गहरी तकनीकी खामी है.

DGCA और पायलट यूनियन की प्रतिक्रिया

भारत के विमानन नियामक DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल एयरक्राफ्ट को टेक्निकल निरीक्षण के लिए ग्राउंड कर दिया गया है. दूसरी ओर, Federation of Indian Pilots (FIP) - जो देशभर के 5,500 से अधिक पायलटों का संगठन है - ने DGCA को पत्र लिखकर बोइंग 787 विमानों के इलेक्ट्रिकल सिस्टम की विस्तृत जांच की मांग की है. FIP ने अपने पत्र में लिखा, “यह घटना जून 12 के हादसे की याद दिलाती है. इस बार किसी की जान नहीं गई, लेकिन यह स्पष्ट संकेत है कि बोइंग 787 विमानों के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में किसी गंभीर जांच की आवश्यकता है. DGCA को सभी विमानों की तत्काल जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.” यूनियन ने कहा कि एयर इंडिया 171 की दुर्घटना के बाद से ही वह लगातार DGCA से बोइंग 787 बेड़े की गहन जांच की मांग कर रही है, लेकिन अब तक कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की गई.

बोइंग की चुप्पी और भरोसे का संकट

जून के हादसे के बाद अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग की भूमिका पर सवाल उठे थे, लेकिन कंपनी ने अब तक कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया है. भारत में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़ा लगभग एक दर्जन विमानों का है, जिनमें से कई एयर इंडिया के पास हैं. एविएशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि RAT का अपने आप खुल जाना एक अत्यंत दुर्लभ और गंभीर घटना है. यह इलेक्ट्रिकल सर्किट, हाइड्रॉलिक सिस्टम या सेंसिंग मॉड्यूल में खराबी का संकेत देता है. यदि यह लैंडिंग से पहले हवा में हुआ, तो इससे विमान के स्थिरता पर भी असर पड़ सकता था.

यात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल

हालांकि इस बार सभी 238 यात्री सुरक्षित उतर गए, लेकिन यह घटना एक चेतावनी है कि तकनीकी निगरानी और एयरक्राफ्ट सर्विसिंग में अब किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश नहीं है. भारत में पिछले कुछ महीनों में एयर इंडिया के विमानों से जुड़ी कई तकनीकी घटनाएं सामने आई हैं - कभी केबिन प्रेशर की समस्या, तो कभी इंजन ओवरहीटिंग. ऐसे में RAT की यह घटना बोइंग 787 की Airworthiness और एयर इंडिया की Maintenance Reliability दोनों पर सवाल खड़े करती है.

अमृतसर-बर्मिंघम उड़ान में हुआ यह तकनीकी झटका एक बार फिर भारतीय विमानन क्षेत्र की चुनौतियों को उजागर करता है. यह केवल एक फ्लाइट की समस्या नहीं, बल्कि उन सिस्टम्स पर उठता सवाल है जिन पर सैकड़ों लोगों की जान निर्भर करती है. DGCA और बोइंग दोनों के लिए अब यह जरूरी है कि इस घटना को “मामूली तकनीकी गड़बड़ी” मानकर नजरअंदाज न किया जाए, बल्कि इसे एक चेतावनी के रूप में लिया जाए - ताकि भविष्य में कोई और जून 12 जैसा हादसा न दोहराया जाए.

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