कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन का लाइव कवरेज नहीं कर सकेंगे चैनल, पहलगाम हमले के बाद आई ये गाइडलाइन
पहलागाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है. इसी बीच, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया चैनलों को निर्देश दिया है कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षाबलों की मूवमेंट की लाइव कवरेज से परहेज करें, मंत्रालय ने कहा कि रियल-टाइम रिपोर्टिंग या संवेदनशील जानकारियों का समय से पहले खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है और ऑपरेशनल सफलता को प्रभावित कर सकता है.

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर करीब करीब 4 दिन का समय बीच चुका है. इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच, शुक्रवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया चैनलों को एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की. मंत्रालय ने मीडिया से अपील की कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज या उनकी मूवमेंट से जुड़ी रिपोर्टिंग से बचें, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो.
मंत्रालय ने कहा, 'राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स, न्यूज एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक जिम्मेदारी बरतने और रक्षा तथा सुरक्षा से संबंधित मामलों की रिपोर्टिंग में मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी जाती है.'
सलाह में विशेष रूप से कहा गया है, 'रक्षा अभियानों या सुरक्षा बलों की गतिविधियों से जुड़ी किसी भी तरह की रियल-टाइम कवरेज, विजुअल्स का प्रसारण या 'सूत्रों के हवाले से' आधारित रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए. संवेदनशील जानकारी का समय से पहले खुलासा करना दुश्मन तत्वों की मदद कर सकता है और अभियानों की सफलता तथा सुरक्षाबलों की जान को खतरे में डाल सकता है.
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