छतों से फेंके पत्थर, पुलिस वालों पर हमला, जानें पश्चिम बंगाल के महेश्तला में छोटी सी बात ने कैसे लिया हिंसक रूप
Maheshtala Violence: पश्चिम बंगाल के महेश्तला क्षेत्र में बुधवार को रवींद्रनगर इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पों के बाद तनाव बढ़ गया. इस हिंसा में पुलिस के पांच अधिकारी घायल हुए, जिनमें से एक महिला कांस्टेबल भी शामिल हैं. उग्रवादियों ने दो सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया.

Maheshtala Violence: पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. महेश्तला क्षेत्र में बुधवार को रवींद्रनगर इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पों के बाद तनाव बढ़ गया. शिव मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई, जिससे विवाद और बढ़ गया. इस हिंसा में पुलिस के पांच अधिकारी घायल हुए, जिनमें से एक महिला कांस्टेबल भी शामिल हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने पुलिस वालों पर हमला किया और ईंट फेंकी साथ ही आगजनी भी की. इस दौरान कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की. फिलहाल घटनास्थल पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात है. पुलिस ने अब तक 40 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस पर किया हमला
पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. उग्रवादियों ने दो सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया.
पुलिस के अनुसार, यह हिंसा मंगलवार को महेश्तला में एक दुकान लगाने को लेकर शुरू हुई थी. बाद में बात इतनी बढ़ गई कि छोटी सी बहस ने हिंसक रूप ले लिया. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कोलकाता पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया गया. इलाके में कर्फ्यू है और कई चीजों पर प्रतिबंध लगाया गया है.
अचानक क्यों भड़क उठी हिंसा?
जानकारी के अनुसार, एक शिव मंदिर के सामने फलों की दुकान लगाने के मुद्दे पर दो पक्षों में बहस हुई. धीरे-धीरे बात बिगड़ने लगी और हिंसक रूप ले लिया. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि पुलिस मामले को शांत कराने आई तो उन पर ही हमला किया गया. छतों ने ईंट फेंकी गई, सड़कों पर टायर जलाए गए और उपद्रवियों ने पुलिस स्टेशन के सामने खड़ी बाइक में आग लगा दी.
हिंसा पर शुरू हुई राजनीति
इस घटना के बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. सुवेंदु अधिकारी ने कहा, डायमंड हार्बर पुलिस से संपर्क किया है ताकि आज मैं एक विधायक के साथ रवींद्रनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत महेशतला जाकर पीड़ित हिंदू परिवारों और प्रभावित हिंदू दुकानदारों से मिल सकूं. मुझे उम्मीद है कि प्रशासन मेरी यात्रा में रुकावट नहीं डालेगा.
वहीं टीएमसी प्रवक्ता और राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं. पुलिस ने तेजी और दृढ़ता के साथ कार्रवाई की. भाजपा उस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है, जो मूल रूप से एक दुकान लगाने को लेकर हुआ विवाद था.