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क्या भारत में आएगी प्रलय... तमिलनाडु तट पर दिखी 'Doomsday Fish' तो लोगों के उड़े होश, Video Viral

तमिलनाडु के तट पर रहस्यमयी ओरफिश (डूम्सडे फिश) के दिखने से सोशल मीडिया पर अफवाहों की बाढ़ आ गई है. इस 30 फीट लंबी मछली को अपशकुन मानकर लोग प्राकृतिक आपदा की आशंका जता रहे हैं. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका सतह पर आना केवल जैविक या पर्यावरणीय कारणों से होता है, इसका कोई वैज्ञानिक रूप से आपदाओं से संबंध नहीं है.

क्या भारत में आएगी प्रलय... तमिलनाडु तट पर दिखी Doomsday Fish तो लोगों के उड़े होश, Video Viral
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 19 Jun 2025 11:12 AM IST

तमिलनाडु के तट पर हाल ही में एक रहस्यमयी मछली देखी गई, जिसे स्थानीय लोग 'डूम्सडे फिश' या 'कयामत की मछली' कह रहे हैं. असल में यह मछली ओरफिश है, जिसकी लंबाई 30 फीट तक हो सकती है और इसका शरीर रिबन जैसा होता है. मछली के पकड़े जाने के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है और लोग इसे अपशकुन मान रहे हैं.

ओरफिश के तमिलनाडु तट पर दिखने की खबर वायरल होते ही सोशल मीडिया पर डर और थ्योरीज़ का तूफान उठ गया. किसी ने इसे WW3 का संकेत माना तो किसी ने भविष्य मालिका से जोड़कर सुनामी की चेतावनी तक दे दी. एक यूज़र ने लिखा, “जापान में दिखने के बाद सुनामी आई थी, अब शायद भारत की बारी है.” डर और कल्पना के मेल ने अफवाहों को पंख दे दिए हैं.

जापान और एशिया में गहरी मान्यता

जापान और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में यह मान्यता रही है कि ओरफिश जब भी सतह पर आती है, कोई प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप या सुनामी आती है. 2011 की जापान सुनामी से पहले भी ओरफिश देखी गई थी. इसलिए तमिलनाडु में इसकी मौजूदगी को कई लोग कुदरत की चेतावनी मान रहे हैं.

क्या कहता है विज्ञान?

विज्ञान इस रहस्यवाद को खारिज करता है. मरीन बायोलॉजिस्ट्स का कहना है कि ओरफिश जब घायल, बीमार या अपनी जिंदगी के अंतिम चरण में होती है, तभी वह सतह पर आती है. इसके अलावा समुद्र के अंदर के मौसमी बदलाव या करंट भी इसे ऊपर ला सकते हैं. कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण ऐसा नहीं है जो ओरफिश के दिखने और आपदाओं को जोड़ सके.

गहराई से आती है यह अद्भुत मछली

ओरफिश को वैज्ञानिक नाम Regalecus Glesne दिया गया है और यह 200 से 1000 मीटर की गहराई में पाई जाती है. यह दुनिया की सबसे लंबी बोनी फिश मानी जाती है. इसका सिर लाल पंखों से सजा होता है और शरीर चांदी जैसा चमकदार होता है. इसकी सुंदरता और रहस्यमयता ही इसे इतना विशेष बनाती है.

दुनिया भर में दिख रही है ओरफिश

ओरफिश अब केवल तमिलनाडु तक सीमित नहीं रही. हाल के वर्षों में यह दुनिया के कई हिस्सों में देखी गई है. हाल ही में तस्मानिया के ओशन बीच पर एक 3 मीटर लंबी ओरफिश बहकर आई थी. इसी साल फरवरी में इसे मैक्सिको के बाजा कैलिफोर्निया सुर के उथले पानी में भी देखा गया.

डर नहीं, समंदर की जटिलता की पहचान है ये

इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशन इंफॉर्मेशन सर्विसेज (INCOIS) के डॉ. एन. राघवेन्द्र के अनुसार, ओरफिश का सतह पर आना वैज्ञानिक रूप से एक स्वाभाविक घटना है. यह कोई अशुभ संकेत नहीं है, बल्कि समुद्र के अद्भुत और अज्ञात जीवन की एक झलक है. डर, केवल मिथकों का प्रभाव है जो पीढ़ियों से लोगों के मन में बैठा है.

चेतावनी या चमत्कार?

डूम्सडे फिश को देखने वाले इसे प्रलय की दस्तक मानते हैं, लेकिन वैज्ञानिक इसे केवल समुद्री जीवन के अनूठे व्यवहार के रूप में देखते हैं. यह बहस, दरअसल विज्ञान और लोकमान्यताओं की टकराहट का प्रतीक बन चुकी है. तमिलनाडु में दिखाई गई ओरफिश न कोई शगुन है और न ही कोई चेतावनी. यह प्रकृति की जटिलता और रहस्य की एक झलक है.

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