मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, कुकी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प; 1 की मौत, 25 घायल- Updates
मणिपुर में कुकी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई, जिसमें एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जबकि 25 अन्य लोग घायल हो गए. कुकी जो काउंसिल ने शनिवार की आधी रात से भी कुकी जो क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की है. उसने बफर जोन के पार मैतेई समुदाय की स्वतंत्र आवाजाही के खिलाफ चेतावनी भी दी है.

Manipur Violence: मणिपुर में 'मुक्त आवागमन' के पहले दिन ही हिंसा भड़क उठी. कुकी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 25 लोग घायल हो गए. यह हिंसा उस समय हुई, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार राज्य में सभी मार्गों पर 8 मार्च से बिना रोकटोक के आवाजाही सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे थे.
सुबह 10 बजे के करीब, इंफाल एयरपोर्ट से चुराचांदपुर और सेनापति जिलों के लिए बसें केंद्रीय बलों के बड़े काफिले के साथ रवाना हुईं. चुराचांदपुर जाने वाली बस बिना किसी घटना के बिष्णुपुर जिले से होते हुए कांगवई पहुंच गई, जबकि सेनापति जाने वाली बस को कांगपोकपी जिले के गमगीफाई इलाके में भीड़ ने पत्थरबाजी कर रोकने का प्रयास किया. इस पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया, जिससे कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
कुकी-जो काउंसिल ने शनिवार की रात से सभी कुकी-जो क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की और बफर जोन के पार मैतेई समुदाय के मुक्त आवागमन के खिलाफ चेतावनी दी है. इसके साथ ही, उसने केंद्र सरकार से स्थिति की पुनर्समीक्षा करने का आग्रह किया है, ताकि तनाव और हिंसा को और बढ़ने से रोका जा सके.
114 हथियार बरामद
इसके अलावा, अधिकारियों ने बताया कि राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास के तहत लगभग 114 हथियार, आईईडी, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं. वहीं, अलग-अलग अभियानों में चार प्रतिबंधित संगठनों के सात सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी के दो कार्यकर्ताओं को इम्फाल पश्चिम जिले के लांफेल में पकड़े जाने के एक दिन बाद हुई है. इसी संगठन के एक अन्य सदस्य को बीर टिकेंद्रजीत इंटरनेशनल एयरपोर्ट के गेट के पास से पकड़ा गया है. लांफेल में पकड़े गए लोगों के पास से 50 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं.
हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोगों की मौत
मुख्य सचिव ने पहले कहा था कि राज्य परिवहन की बसें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के संरक्षण में चलेंगी, ताकि जनता की असुविधा को कम किया जा सके और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में पहल की जा सके. बता दें कि 2023 में हिंसा शुरू होने के बाद से राज्य में अब तक 250 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.