विपक्षी सदस्यों ने JPC चीफ के साथ वक्फ बिल मीटिंग में की बदतमीजी! तेजस्वी सूर्या के दावे से मची सनसनी
तेजस्वी सूर्या ने वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में विपक्षी सांसदों पर समिति की चीफ जगदंबिका पाल और एक गवाह को धमकाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि विपक्ष ने मीटिंग के दौरान रिपोर्ट की पेपर भी फाड़ दी. वहीं विपक्ष ने JPC चीफ पर पक्षपात का आरोप लगाया है.

JPC chief threatened by Opposition MPs: वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक से एक बड़ा दावा सामने आ रहा है, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद तेजस्वी सूर्या आरोप लगाया है कि विपक्षी सदस्यों ने JPC चीफ जगदंबिका पाल और पैनल की बैठक के दौरान एक गवाह को धमकाया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि जब जेपीसी ने कर्नाटक में वक्फ भूमि घोटाले पर कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिपड्डी को उनके विचार सुनने के लिए बुलाया था. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने 14 अक्टूबर को असंसदीय व्यवहार किया है और JPC चीफ के साथ बदतमीजी भी की.
नोट्स और कागजात भी फाड़े -तेजस्वी सूर्या
तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'वह गवाह और अध्यक्ष के बैठने की जगह के पास भी गए, जिस दौरान दोनों को शारीरिक रूप से धमकाने की कोशिश की गई. उनके बनाए गए नोट्स और कागजात छीन लिए गए और उन्हें फाड़ दिया गया.' उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों का ये व्यवहार संसदीय शिष्टाचार के विरोध में झलकती है.
अतिक्रमण में कांग्रेस के शामिल होने का आरोप
तेजस्वी ने अपने पत्र में कहा कि इस रिपोर्ट में लगभग 2,000 एकड़ वक्फ भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण या निजी संस्थाओं को बिक्री का आरोप लगाया गया है, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है. इसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कुछ नेता शामिल हैं.
विपक्षी सांसदों की दलील
मंगलवार यानी 18 अक्टूबर 2024 को कम से कम 12 विपक्षी सांसदों ने बिरला को लिखे पत्र में वक्फ बिल पर जेपीसी की बैठक में संसदीय आचार संहिता का घोर उल्लंघन होने का आरोप लगाया था. विपक्षी सांसदों ने पैनल प्रमुख जगदंबिका पाल पर पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्यवाही करने का आरोप लगाया.