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वर्क प्रेशर बनी एक और मौत की वजह! जानें EY के बाद अब Bajaj फाइनेंस पर क्या लगा आरोप?

बजाज फाइनेंस के 42 साल के कर्मचारी तरुण सक्सेना ने मेंटल प्रेशर झेलने के कारण सुसाइड कर लिया है. परिवार की ओर से ऐसा बताया गया है कि ज्यादा काम के दबाव और टारगेट पूरा न करने की वजह से तरुण पर प्रेशर था. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बजाज फाइनेंस की ओर से किसी भी तरह का कोई बयान सामने नहीं आया है.

वर्क प्रेशर बनी एक और मौत की वजह! जानें EY के बाद अब Bajaj फाइनेंस पर क्या लगा आरोप?
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( Image Source:  sora ai )
प्रिया पांडे
Edited By: प्रिया पांडे

Updated on: 26 Nov 2025 2:35 PM IST

बजाज फाइनेंस में काम करने वाले कर्मचारी ने रविवार को सुसाइड कर लिया. ऐसा बताया गया कि काम के दबाव और ज्यादा प्रेशर की वजह से उसने ये कदम उठाया. उसने ऐसा करने से पहले पत्नी और दो बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया था.

अपने सुसाइड नोट में तरुण सक्सेना ने मेंशन किया कि सीनियर के कारण मेंटल टॉर्चर झेलना पड़ा. वो बहुत टेंशन में था, 45 दिनों से ना खा पाया और नहीं सो पाया था. ऐसा करने से पहले अपने परिवार से माफी मांगी और एक-दूसरे का ख्याल रखने को कहा.

उसने सुसाइड नोट में लिखा, "मम्मी, पापा, मैंने कभी कुछ नहीं मांगा, लेकिन अब मांग रहा हूं. कृपया दूसरी मंजिल बनवा दीजिए, ताकि मेरा परिवार आराम से रह सके."

पुलिस का बयान

SP ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "तरुण सक्सेना बजाज फाइनेंस में एरिया मैनेजर के पद पर काम करते थे. उन्होंने रविवार को दुपट्टे का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया." उन्होंने बताया, "उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसे सीनियर द्वारा ज्यादा टारगेट दिया गया था और उसी को पूरा करने के लिए उस पर रोजाना दबाव बनाया जा रहा था.

परिवार का आरोप

परिवार ने आरोप लगाया है कि तरूण के ऑफिस सीनियर ने मेंटल टॉर्चर इतना किया कि उसे सुसाइड जैसा कदम उठाना पड़ा. तरुण के भाई गौरव सक्सेना ने आरोप लगाया कि कंपनी के रिजिनल मैनेजर और नेशनल मैनेजर ने इस घटना से एक दिन पहले हुए VC में उसे मानसिक रूप से बहुत टॉर्चर किया था. तरुण को ऐसा बोला गया था कि अगर टारगेट पूरा नहीं किया गया तो उसकी जेब से भुगतान किया जाएगा.

बजाज फाइनेंस का बयान

बजाज फाइनेंस ने अभी तक इन आरोपों पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है.

नहीं है आम बात

ये घटना EY में काम करने वाली वर्कर अन्ना सेबेस्टियन (26) की सुसाइड करने की घटना के बाद आई है. उसने भी काम के दबाव के कारण इस कदम को उठाया. इस घटना ने फिर से वर्क प्लेस पर होने वाले प्रेशर की बहस की फिर से शुरूआत कर दी है.

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