11 मौतों की जिम्मेदारी लें... बेंगलुरु हादसे को लेकर सीएम और डिप्टी सीएम पर विपक्ष हुआ हमलावर; किसने क्या कहा?
आरसीबी के समारोह में मची भगदड़ के बाद कांग्रेस सरकार घिर गई है. 11 मौतों के बाद विपक्ष ने सीएम और डिप्टी सीएम से इस्तीफा मांगा. सरकार ने राजनीतिक सचिव और कई पुलिस अफसरों को हटाया. डीके शिवकुमार ने विपक्ष पर "लाशों पर राजनीति" करने का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने इसे प्रशासनिक कुप्रबंधन और आंतरिक सत्ता संघर्ष बताया.

बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के जश्न के दौरान हुई भगदड़, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई. इस घटना ने कांग्रेस सरकार को बैकफुट पर ला दिया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की अगुवाई वाली सरकार अब विपक्ष के सवालों के घेरे में है. भाजपा और जेडीएस दोनों ने इसे प्रशासनिक विफलता करार देते हुए इस्तीफे की मांग कर दी है.
इस घटना के बाद सरकार ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज को हटाया और खुफिया विभाग के एडीजीपी हेमंत निंबालकर को निलंबित कर दिया. साथ ही बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित चार वरिष्ठ अधिकारियों को भी हटा दिया गया. लेकिन विपक्ष इसे सिर्फ "कुर्सी बचाने की कवायद" बता रहा है.
‘लाशों पर राजनीति’ का आरोप
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने विपक्ष पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा "लाशों पर राजनीति" कर रही है. उन्होंने खुद को जिम्मेदार मानने से इनकार करते हुए कहा कि वे केवल स्वागत समारोह में शामिल हुए थे, न कि विजय जुलूस के आयोजक थे. उन्होंने दावा किया कि विजय जुलूस को अनुमति नहीं दी गई थी और उन्होंने टीम से सिर्फ सहयोग की अपील की थी.
विपक्ष ने उठाया ‘अंदरूनी खींचतान’ का मुद्दा
भाजपा नेता आर. अशोक और जेडीएस ने आरोप लगाया कि यह भगदड़ सिर्फ भीड़ प्रबंधन की चूक नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाज़ी का नतीजा है. अशोक ने सवाल उठाया कि जब डिप्टी सीएम पहले ही खतरे की चेतावनी दे चुके थे, तो अब पुलिस अफसरों को क्यों बलि का बकरा बनाया गया?
भाजपा ने बताया 'प्रशासनिक पाखंड'
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि असली दोषियों को बचाने और जनता को दिखाने के लिए पुलिस अफसरों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संकट में खुद को बचाने के लिए बलि चढ़ा दी, चाहे वो अधिकारी हों या आयोजन से जुड़े लोग.
राजनीति नहीं, ज़िम्मेदारी तय की: सीएम
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सियासी हमलों पर संयमित प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सरकार इस त्रासदी को राजनीति का मुद्दा नहीं बनाएगी, लेकिन जिन अधिकारियों ने जिम्मेदारी निभाने में चूक की, उनके खिलाफ कार्रवाई अनिवार्य थी. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को “आरोप की राजनीति” करार देते हुए प्रशासन को सुधारने की बात दोहराई.
इस पूरी घटनाक्रम ने बेंगलुरु की सड़क पर मची भगदड़ को सियासी गलियारों में नई भगदड़ में बदल दिया है- जहां जिम्मेदारी तय करने से ज़्यादा जरूरी बन गई है, छवि बचाना.