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...तो इस वजह से दुनिया भर में 40 की उम्र से ज्‍यादा के लोगों की जा रही नौकरियां

Shantanu Deshpande On Global Layoffs: शांतनु देशपांडे ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने छंटनी के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि 40 की उम्र के आसपास जब कंपनियों का बजट तंग होता है. इसलिए जिसकी सैलरी सबसे ज्यादा होती है, उन्हें कंपनी से निकाल दिया जाता है. उन्होंने नौकरी बचाए रखने के लिए सुझाव भी दिए.

...तो इस वजह से दुनिया भर में 40 की उम्र से ज्‍यादा के लोगों की जा रही नौकरियां
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( Image Source:  AI: Representative Image )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 28 Nov 2025 1:12 PM IST

Layoff Reason: दुनिया भर में पिछले छंटनी का सिलसिला जारी है. बड़ी-बड़ी कंपनियां भारी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं. ज्यादातर मामलों में आर्थिक समस्याओं का हवाला देकर छंटनी की जाती है. बहुत ही कम ऐसे मामले होते हैं जब परफॉर्मेंस या लापरवाही की वजह से ऐसा एक्शन लिया गया हो. अब ग्रूमिंग और पर्सनल केयर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी के सीईओ ने नौकरी जाने की वजह बताई है.

बॉम्बे शेविंग कंपनी के CEO शांतनु देशपांडे ने वैश्विक छंटनी पर बात की, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और हो भी रहे हैं. उन्होंने कहा, 40 के दशक में आर्थिक तंगी की वजह से ज्यादा निकाला जाता था. उन्होंने बताया कि वे भी संगठनों में सबसे ज्यादा सैलरी वालों में से एक थे.

नौकरी जाने का कारण

शांतनु देशपांडे ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने छंटनी के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि 40 की उम्र के आसपास जब कंपनियों का बजट तंग होता है, तो सबसे पहले उन्हीं कर्मचारियों की नौकरी पर असर पड़ता है, जिनकी सबसे ज्यादा सैलरी होती है.

छंटनी से बढ़ जाती परेशानी

देशपांडे ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, अपने 40 के दशक में बहुत से प्रोफेशनल्स बच्चों की कॉलेज फीस, बुज़ुर्ग माता-पिता की देखभाल, ईएमआई और कम बचत जैसी जिम्मेदारियों के बीच काम कर रहे होते हैं. कई लोगों के लिए 40 के अंत या 50 की शुरुआत वाला समय करियर का गोल्डन इनकम फेज़ होता है, जो अभी आना बाकी होता है. ऐसे समय में नौकरी से निकाले जाना ना सिर्फ आर्थिक झटका देता है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी गहरा असर डालता है. यह उनके करियर के लंबे समय से बनाए गए प्लान्स और आर्थिक भविष्य की दिशा को भी बिगाड़ देता है.

मानसिक समस्याओं का सामना

देशपांडे ने यह भी बताया कि नौकरी जाने से लोगों की मेंटल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित होती है. उन्होंने कहा, तनाव हकीकत है और जिम्मेदारियों का बोझ बहुत भारी होता है. उन्होंने नौकरी बचाए रखने के लिए सुझाव भी दिए.

पहला- एआई जैसी नई तकनीकों में स्किल्स बढ़ाएं.

दूसरा- ज्यादा बचत की आदत डालें

तीसरा- एक एंटरप्रेन्योर सोच विकसित करें.

उन्होंने नई जनरेशन को अपनी स्किल्स बढ़ाने पर फोकस करने के लिए कहा है. मार्केट में कंपटीशन लगातार बढ़ता जा रहा है, हर नया कैंडीटेट के पास बहुत-सी टेक्नीकल नॉलेज रहती है. इसलिए आपको भी अपने आपको हमेशा अपग्रेड करना चाहिए.

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