सचिन बंसल Ola को क्यों कह रहे 'बाय-बाय', Flipkart के को-फाउंडर पर कैसी मुसीबत?
Sachin Bansal: सचिन बंसल ओला में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहते हैं. फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर अपनी फिनटेक स्टार्टअप कंपनी Navi को लेकर काफी परेशान हैं. इसमें उन्हें फंड को लेकर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

Sachin Bansal: Flipkart के को-फाउंडर रहे सचिन बंसल अब भाविश अग्रवाल की कंपनी ओला (Ola) में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं. 2019 में राइड-हेलिंग कंपनी ओला में 100 मिलियन डॉलर (850 करोड़ रुपये) का निवेश करने वाले बंसल हिस्सेदारी बेचना चाहते हैं.
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सचिन करीब 4 बिलियन डॉलर 34,343 करोड़ रुपये) के वैल्यूएशन के साथ अपनी हिस्सेदारी को बेचना चाहते हैं. जब उन्होंने 2019 में इसे खरीदा था तो इसकी वैल्यूएशन 3 बिलियन डॉलर थी. वह इसके लिए प्राइवेट इनवेस्टकर और फैमिली ऑफिस से बात कर रहे हैं.
Ola के सारे शेयर क्यों बेच रहे सचिन बंसल?
सचिन बंसल के करीबी लोगों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि बंसल नवी में इनवेस्ट करने के लिए ओला में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं. इसके अलावा वह नवी के लिए बाहरी फंड जुटाने पर भी विचार कर रहे हैं, हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि नवी को तौर पर फंड जुटाने के लिए रेगुलेटरी मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है. अक्टूबर में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गैर-वित्तीय सेवा कंपनी 'Navi Finserv' को उच्च ब्याज दरों के कारण ऋण देने से प्रतिबंधित कर दिया था. हालांकि, 2 दिसंबर को यह प्रतिबंध हटा लिया गया.
पुराने साथी हैं सचिन बंसल और भाविश अग्रवाल
सचिन बंसल और भाविश अग्रवाल दोनों एक-दूसरे को एक दशक से अधिक समय से जानते हैं और उन्होंने अपनी कंपनियों को विदेशी कॉम्पिटिटर्स उबर और अमेज़न के बढ़ते मोनोपोली को रोकने के लिए तैयार किया है.
Flipkart छोड़ सचिन ने की 'Navi Finserv' की स्थापना
सचिन बंसल साल 2018 में फ्लिपकार्ट से एग्जिट कर गए और इसके बाद उन्होंने नवी फिनसर्व लिमिटेड ग्रुप की स्थापना की. नवी ग्रुप डिजिटल - लोन, होम लोन, म्यूचुअल फंड, हेल्थ इंश्योरेंस, डिजिटल लोन और यूपीआई के स्पेस में मौजूद है. कंपनी पर्सनल लोन, होम लोन, प्रॉपर्टी पर लोन देने में डील करती है.