रैंप वॉक, माफी और राजनीतिक तूफान! विधानसभा में गुलमर्ग के 'अश्लील' फैशन शो पर बवाल
गुलमर्ग में विवादास्पद फैशन शो आयोजित करने वाले डिजाइनर शिवन भाटिया और नरेश कुकरेजा ने कार्यक्रम के लिए माफी मांगते हुए स्पष्ट किया कि उनकी किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोई मंशा नहीं थी. यह शो रमजान के पवित्र महीने में 'अश्लील' परिधानों के प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं के घेरे में आ गया था.

Gulmarg Fashion Show Controversy: रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में आयोजित एक फैशन शो को लेकर विवाद गहरा गया है. भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस आमने-सामने हैं. भाजपा ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस होटल में कार्यक्रम हुआ, वह उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति है. उमर अब्दुल्ला ने इसे निजी आयोजन बताते हुए सरकार की किसी भी भूमिका से इनकार किया.
गुलमर्ग में विवादास्पद फैशन शो आयोजित करने वाले डिजाइनर शिवन भाटिया और नरेश कुकरेजा ने कार्यक्रम के लिए माफी मांगते हुए स्पष्ट किया कि उनकी किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोई मंशा नहीं थी. यह शो रमजान के पवित्र महीने में 'अश्लील' परिधानों के प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं के घेरे में आ गया था, जिससे जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भी हंगामा हुआ.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कार्यक्रम की आलोचना करते हुए इसे 'कश्मीरी मूल्यों पर हमला' बताया. भाजपा नेता सुनील शर्मा ने उमर अब्दुल्ला के दावे को चुनौती देते हुए कहा, "यह कैसे संभव है कि आपके रिश्तेदारों के होटल में इतना बड़ा आयोजन हो और आपको जानकारी न हो?'
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'गुलमर्ग में हाल ही में हुए फैशन शो की अश्लील तस्वीरें देखना बेहद परेशान करने वाला है. यह तथ्य कि रमजान के पवित्र महीने में ऐसा आयोजन हुआ जो एक अभद्र तमाशा बन गया, चौंकाने वाला है. यह निंदनीय है कि निजी होटल मालिकों को इन आयोजनों के माध्यम से ऐसी अश्लीलता को बढ़ावा देने की अनुमति दी गई है, जो हमारे सांस्कृतिक मूल्यों के बिल्कुल विपरीत है. सरकार इसे निजी मामला बताकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती. जवाबदेही से बचने से ऐसे और आयोजनों का मार्ग प्रशस्त हो सकता है, जो अंततः हमारी संस्कृति और समाज को गंभीर नुकसान पहुंचाएंगे.'
गुलमर्ग में रमजान के दौरान आयोजित फैशन शो को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. भाजपा और पीडीपी समेत कई राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों ने इस आयोजन की कड़ी आलोचना की है. विवाद तब और बढ़ गया जब यह सामने आया कि आबकारी विभाग ने कार्यक्रम के लिए अल्पकालिक लाइसेंस जारी किया था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि अधिकारियों को इसकी पूर्व जानकारी थी.
फैशन शो की वीडियो और तस्वीरें वायरल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसे 'बहुत परेशान करने वाला' करार दिया और सरकार के इस मामले से पल्ला झाड़ने की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'निजी होटल मालिकों को इस तरह की अश्लीलता को बढ़ावा देने की अनुमति देना कश्मीरी संस्कृति का घोर उल्लंघन है. सरकार इसे निजी मामला बताकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती.'
कश्मीर के मुख्य धर्मगुरु मीरवाइज उमर फारूक ने भी आयोजन को "अपमानजनक" बताया और कहा कि "पर्यटन के नाम पर अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. धार्मिक और राजनीतिक समूहों ने इस कार्यक्रम को कश्मीरी परंपराओं का अपमान बताया और कड़ी कार्रवाई की मांग की.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में आश्वासन दिया कि जांच के आदेश दिए गए हैं और यदि कानून का उल्लंघन पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह से निजी आयोजन था, जिसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी. न तो कोई सरकारी अधिकारी शामिल था, न ही कोई सरकारी धन खर्च किया गया. हालांकि, अगर जांच में कोई उल्लंघन सामने आता है, तो कार्रवाई होगी.