हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत पर कश्मीर से लखनऊ तक बवाल, जानिए किसने-क्या कहा?
Protest over Nasrallah killing: लेबनान में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह के मारे जाने का असर भारत में भी देखने को मिला. यहां शिया समुदाय के लोगों ने हिजबुल्लाह चीफ को शहीद का दर्जा देते हुए इजरायल के खिलाफ नारे भी लगाए. लखनऊ में एकसाथ 10,000 शिया समुदाय के लोग आकर नसरल्लाह की मौत पर विरोध जताया.

Protest over Nasrallah killing: हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर भारत में बवाल मचा हुआ है. एक ओर जहां कश्मीर में रैलियां निकाली गई, वहीं दूसरी ओर लखनऊ में नसरल्लाह को शिया समुदाय का बताते हुए लोग सड़कों पर उतर आएं. आधी रात को एक किलोमीटर तक कैंडल मार्च निकाला. ये सभी नसरल्लाह की मौत को लेकर इजरायल की निंदा कर रहे थे.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने हिजबुल्लाह चीफ की मौत पर शोक जताते हुए अपने चुनाव अभियान वापस ले लिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'लेबनान और गाजा के शहीदों, खासकर पर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मैं कल अपने चुनाव अभियान को रद्द कर रही हूं. हम इस दुख की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.'
आगा रूहुल्लाह मेहदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'यह एक महान शहादत हुई है. वह मुस्लिम उम्माह की ताकत थे. वह इजरायल के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ रहे थे. इस्माइल हनीया की तरह हीवह भी एक महान नेता थे. आज उनकी शहादत हो गई है. हमें बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. मुस्लिम समुदाय उनकी मौत पर शोक मना रहा है.' इसके जरीए मौजूदा एनसी सांसद ने एक ही समय में दो आतंकवादियों का समर्थन किया .
महबूबा मुफ्ती की बेटी और पीडीपी उम्मीदवार इल्तिजा मुफ्ती ने भी कह, 'इजराइल की हत्यारी सरकार लेबनान पर बमबारी कर रही है. वह बिना सजा के अत्याचार कर मजे में हैं. साथ ही गाजा में व्यवस्थित नरसंहार को अंजाम दे रही है. हम हसन नसरल्लाह और आज शहीद हुए लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हैं.'
लखनऊ में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश देखा गया. छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक 10,000 की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने विरोध करते हुए मार्च निकाला. हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए. इसके साथ ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का पोस्टर भी जलाया गया. उत्तर प्रदेश में ये विरोध मार्च बड़े ही गुपचुप तरीके से निकाला गया.
कश्मीर में सैकड़ों प्रदर्शनकारी लेबनानी नेता की तस्वीरें लेकर सड़कों पर उतरे और नारे लगाए, 'हे फिलिस्तीन के शहीदों, हम आपके साथ हैं!' उन्होंने इजरायल और अमेरिका की निंदा करते हुए तख्तियां और बैनर उठाए. शनिवार को श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन करने वाले 25 वर्षीय कॉलेज छात्र अब्बास अली नेबताया कि नसरल्लाह उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ खड़े हुए थे.