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जब PM मोदी ने सुनाई हाथी बंधु की कहानी... साल 2025 के पहले 'मन की बात' कार्यक्रम से बड़ी बातें | VIDEO
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 2025 की पहली 'मन की बात' में राष्ट्र को संबोधित किया. इसमें उन्होंने गणतंत्र दिवस से पहले सामूहिक प्रयासों और सामाजिक शक्ति पर चर्चा की. इस दौरान पीएम ने लोगों को डॉ भीमराव आंबेडकर से लेकर पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की आवाज भी सुनाई.

Mann Ki Baat
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 118वें एपिसोड में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अपना पहला मैसेज दिया. इस दौरान उन्होंने महाकुंभ से लेकर स्पेस डॉकिंग पर भारत की मिसाल पर चर्चा की. अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी ने डॉ भीमराव आंबेडकर से लेकर पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आवाज भी सुनाई.
आइए यहां जानते हैं पीएम मोदी के 'मन की बात' से बड़ी बातें
- पीएम मोदी ने कहा, 'मन की बात कार्यक्रम आमतौर पर प्रत्येक महीने के आखिरी रविवार को होता है, लेकिन इस बार यह एपिसोड एक सप्ताह पहले यानी महीने के तीसरे रविवार को प्रसारित किया जा रहा है, क्योंकि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है.'
- प्रधानमंत्री मोदी ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों और पहलों पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा, 'आपने कई बार इंसानों और जानवरों के बीच गजब की दोस्ती की तस्वीरें देखी होंगी. जानवर भी प्यार की भाषा को समझते हैं. मैं आपसे असम का एक उदाहरण शेयर करना चाहता हूं. असम में एक जगह है नौगांव. नौगांव हमारे देश की महान विभूति श्रीमंत शंकरदेव जी का जन्म स्थान भी है. ये जगह बहुत ही सुंदर है. यहां हाथियों का भी एक बड़ा ठिकाना है. इस क्षेत्र में कई घटनाएं देखी जा रही थी, जहां हाथियों के झुंड फसलों को बर्बाद कर देते थे.'
- उन्होंने कहा, 'किसान परेशान रहते थे, जिससे आस-पास के करीब 100 गांवों के लोग बहुत परेशान थे, लेकिन गांववाले हाथियों की भी मजबूरी समझते थे. उन्हें पता था कि हाथी भूख मिटाने के लिए खेतों का रूख कर रहे हैं, इसलिए गांववालों ने इसका समाधान निकालने की सोची. गावं वालों की एक टीम बनी, जिसका नाम था 'हाथी बंधु.' हाथी बंधुओं ने सूझ-बूझ दिखाते हुए करीब 800 बीघा बंजर भूमि पर एक अनूठी कोशिश की. यहां गांववालों ने आपस में मिल-जुल कर Napier grass लगाई. इस घास को हाथी बहुत पसंद करते हैं. इसका असर ये हुआ कि हाथियों ने खेतों की ओर जाना कम कर दिया. ये हजारों गांववालों के लिए बहुत राहत की बात है.'
- पीएम मोदी ने कुंभ महोत्सव में युवा पीढ़ी की बढ़ती भागीदारी की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'आपने देखा होगा कि कुंभ में युवा वर्ग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है. यह बात सही है कि जब युवा पीढ़ी गर्व के साथ अपनी सभ्यता से जुड़ती है, तो उसकी जड़ें मजबूत होती हैं और उसका सुनहरा भविष्य सुनिश्चित होता है.इस बार कुंभ में हम बड़े पैमाने पर डिजिटल फुटप्रिंट भी देख रहे हैं.'
- पीएम मोदी ने भारत में फलते-फूलते स्टार्टअप इकोसिस्टम के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, 'देश भर के टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्टार्टअप को फलते-फूलते देखना उत्साहजनक है.' उन्होंने छोटे शहरों और कस्बों में एंटरप्रेन्योरशिप की भावना की जड़ें मजबूत होने पर जोर दिया और इसमें लड़कियों की बढ़ती भागीदारी की तारीफ भी की.
- पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा StartUp Culture बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है और छोटे शहरों के StartUps में आधे से ज्यादा का नेतृत्व हमारी बेटियां कर रही हैं. अंबाला, हिसार, कांगड़ा, चेंगलपट्टु, बिलासपुर, ग्वालियर और वाशिम जैसे शहर StartUps के Center बन रहे हैं. नागालैंड जैसे राज्य में, पिछले साल StartUps के Registration में 200% से अधिक की वृद्धि हुई है.'
- पीएम मोदी ने कहा, '10 साल पहले जब कोई StartUp के क्षेत्र में जाने की बात करता था, तो उसे, तरह-तरह के ताने सुनने को मिलते थे. कोई ये पूछता था कि आखिर StartUp होता क्या है? तो कोई कहता था कि इससे कुछ होने वाला नहीं है! लेकिन अब देखिए एक दशक में कितना बड़ा बदलाव आ गया. आप भी भारत में बन रहे नए अवसरों का भरपूर लाभ उठाएं. अगर आप खुद पर विश्वास रखेंगे तो आपके सपनों को भी नई उड़ान मिलेगी.'
- प्रधानमंत्री मोदी ने 25 जनवरी को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय मतदाता दिवस को लेकर चुनाव आयोग की निष्पक्षता की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, 'मैं निष्पक्ष चुनाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए चुनाव आयोग को बधाई देता हूं. मैं देशवासियों से बड़ी संख्या में मतदान करने और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भाग लेने का आग्रह करता हूं.'
- पीएम मोदी ने ISRO को भी स्पेस डॉकिंग में सफलता हासिल करने पर बधाई दी. उन्होंने कहा, '2025 की शुरुआत में ही भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं. एक भारतीय स्पेस-टेक स्टार्ट-अप बेंगलुरू के पिक्सेल ने भारत का पहला निजी satellite constellation फायर-फ्लाई, सफलतापूर्वक launch किया है. ये सफलता हमारे निजी space sector की बढ़ती ताकत और innovation का प्रतीक है.'
- उन्होंने आगे कहा, 'हमारे वैज्ञानिक अंतरिक्ष में पौधे उगाने और उन्हें जीवित रखने के प्रयास भी कर रहे हैं। इसके लिए ISRO के वैज्ञानिकों ने लोबिया के बीज को चुना. 30 दिसंबर को भेजे गए ये बीज अंतरिक्ष में ही अंकुरित हुए. ये एक बेहद प्रेरणादायक प्रयोग है जो भविष्य में space में सब्जियां उगाने का रास्ता खोलेगा. ये दिखाता है कि हमारे वैज्ञानिक कितनी दूर की सोच के साथ काम कर रहे हैं.'