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पीएम मोदी की मोहम्मद यूनुस से बैंकॉक में होगी मुलाकात! राष्ट्रीय दिवस पर लेटर लिखकर याद दिलाया इतिहास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को पत्र भेजकर शुभकामनाएं दीं. उन्होंने भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने और आपसी सहयोग पर जोर दिया. यह पत्र बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से पहले आया, जहां दोनों नेता मुलाकात कर सकते हैं. भारत द्विपक्षीय वार्ता और संवेदनशील मुद्दों पर सतर्कता बरत रहा है.

पीएम मोदी की मोहम्मद यूनुस से बैंकॉक में होगी मुलाकात! राष्ट्रीय दिवस पर लेटर लिखकर याद दिलाया इतिहास
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 27 March 2025 7:09 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर वहां के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को शुभकामना पत्र भेजा. उन्होंने भारत-बांग्लादेश के रिश्तों को आपसी सहयोग और संवेदनशीलता के आधार पर और मजबूत करने की बात कही. यह पत्र ऐसे समय में आया है जब दोनों नेता जल्द ही थाईलैंड में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में आमने-सामने मिलने वाले हैं.

मोदी ने अपने संदेश में कहा कि बांग्लादेश का राष्ट्रीय दिवस दोनों देशों के साझा इतिहास और बलिदानों की गवाही देता है. उन्होंने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम को दोनों देशों की दोस्ती के लिए एक प्रेरक शक्ति बताया, जिसने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा किया है.

भविष्य की रणनीति और सहयोग

पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि भारत और बांग्लादेश शांति, स्थिरता और समृद्धि के साझा लक्ष्य के तहत आगे बढ़ेंगे. दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, शिक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया गया. यह पत्र संकेत देता है कि भारत बांग्लादेश के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देना चाहता है.

बिम्सटेक सम्मेलन में होगी मुलाकात?

3-4 अप्रैल को बैंकॉक में होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में दोनों नेता भाग लेंगे. बांग्लादेश ने भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक का अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि यह अनुरोध विचाराधीन है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा.

संवेदनशील मुद्दों पर भारत की सतर्कता

सूत्रों के अनुसार, भारत अभी कुछ संवेदनशील मुद्दों पर सतर्कता बरत रहा है, जिनमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भविष्य से जुड़े सवाल शामिल हैं. भारत-बांग्लादेश संबंधों में यह एक नाजुक दौर हो सकता है, जहां भारत किसी जल्दबाजी में कदम उठाने से बच रहा है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बांग्लादेशी राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को पत्र लिखकर लोकतांत्रिक, स्थिर और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार, कनेक्टिविटी, विकास, शिक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग जारी रहेगा. भारत की 'पड़ोसी पहले' और 'एक्ट ईस्ट' नीतियों में बांग्लादेश की अहम भूमिका बनी रहेगी.

नरेंद्र मोदी
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