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प्लेन क्रैश वाली जगह पर कितने तोला सोना और पैसा मिला? चश्मदीद रमेश पटेल ने क्या बताया

अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे की जगह से 70 तोला सोना, ₹80,000 नकद, कई पासपोर्ट और एक भगवद गीता मिली. चश्मदीद रमेश पटेल ने बताया कि ये सभी सामान तुरंत पुलिस को सौंप दिया गया.

प्लेन क्रैश वाली जगह पर कितने तोला सोना और पैसा मिला? चश्मदीद रमेश पटेल ने क्या बताया
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 17 Jun 2025 8:53 PM

12 जून को अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज सिविल अस्पताल और अतुल्यम हॉस्टल से टकराकर क्रैश हुए एयर इंडिया के लंदन जा रहे विमान की जगह से जो चीजें मिलीं, वो सिर्फ सामान नहीं थीं. वो उस मंजर की गवाही देती हैं, जिसने शहर को झकझोर दिया. घटना के शुरुआती चश्मदीदों में से एक थे 56 वर्षीय राकेश पटेल, जो एक कंस्ट्रक्शन बिजनेसमैन हैं. हादसे के वक्त वो उस स्थान से कुछ ही मिनट दूर थे.

पटेल ने बताया 'शुरुआत के 15-20 मिनट तक तो हम मलबे के पास भी नहीं जा सके. हमारे पास स्ट्रेचर नहीं थे, तो साड़ियों और चादरों से घायलों को उठाया. हम जो कर सकते थे किया. बस एक ही बात दिमाग में थी, जान बचानी है.

पटेल की टीम को जब मलबे में से जल चुके बैग और टूटी चीजें मिलीं, तो उनमें 70 तोला सोने की ज्वेलरी, ₹80,000 नगद, कई पासपोर्ट और एक भगवद गीता शामिल थे. "हमने ये सब तुरंत पुलिस को सौंप दिया," पटेल ने नवभारत टाइम्स से बातचीत में कहा कि रात 9 बजे तक मौके पर डटे रहे. राहत व आपदा नियंत्रण टीम के आने तक पटेल और उनकी टीम वहीं डटी रही.

जैसे ही पुलिस और फायर ब्रिगेड ने कमान संभाली, पटेल की टीम मलबे की छानबीन में जुट गई. पटेल इससे पहले 2008 अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में भी राहत कार्यों में शामिल रहे थे. उन्होंने बताया- "उस वक्त भी मैं सिविल अस्पताल से सिर्फ 100 मीटर दूर था जब ब्लास्ट हुआ. लेकिन इस बार की तबाही... ये आग... मैं कभी नहीं भूल सकता.

सोशल मीडिया पर मिल रही सराहना

सोशल मीडिया पर लोग राकेश पटेल और उनकी टीम की जमकर तारीफ कर रहे हैं. उन्हें “सच्चा हीरो” कहा जा रहा है. कई सामाजिक संस्थाएं भी उनके इस योगदान की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य में इमरजेंसी सेवाओं से जोड़ने की बात कह रही हैं. गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि हादसे में मिले सभी व्यक्तिगत सामानों की पहचान की जा रही है और उन्हें मृतकों के परिवारों को सौंपा जाएगा। उन्होंने पटेल जैसे नागरिकों की भूमिका को अमूल्य बताया और कहा कि इस तरह के मौके पर जनता का सहयोग ही सबसे बड़ा संबल होता है.

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