हरियाणा के लोगों ने बताया क्या है देश का मूड, हिंदुओं को लेकर PM मोदी ने कही ये बात
महाराष्ट्र में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए पीएम मोदी बुधवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा हरियाणा के लोगों ने बता दिया है देश के मिजाज क्या है. इसी के साथ पीएम मोदी ने कांग्रेस पूरी तरह से सांप्रदायिक और जातिवाद का चुनाव लड़ती है.

हरियाणा चुनाव के नतीजे के बाद भाजपा महाराष्ट्र में अगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जुट गई है. इस क्रम में पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में 10 सरकारी मेडिकल कॉलेज का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय कौशल संस्थान और विद्या समीक्षा केंद्र का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया. उन्होंने नागपुर में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के उन्नयन और शिरडी हवाई अड्डे में नए एकीकृत टर्मिनल भवन की आधारशिला रखी. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया है तो आइए उनके संबोधन की 10 बड़ी बातों के बारे में जानते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि 'कांग्रेस को न विकास से मतलब था, न विरासत से मतलब था. हमारी सरकार में विकास भी है, विरासत भी है. हम अपने समृद्ध अतीत से प्रेरणा लेकर उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहे हैं'.
आगे उन्होंने कहा कि 'दुनिया, किसी देश में तभी विश्वास करती है, जब वहां का युवा आत्मविश्वास से भरा होता है. आज युवा भारत का आत्मविश्वास, भारत के भविष्य की नई कहानी है. दुनिया के बड़े बड़े देश आज भारत को मानव संसाधन के बड़े केंद्र के रूप में देख रहे हैं'.
पीएम मोदी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 'कांग्रेस पूरी तरह से सांप्रदायिक और जातिवाद का चुनाव लड़ती है. हिंदू समाज को तोड़कर उसे अपनी जीत का फॉर्मूला बनाना, यही कांग्रेस की राजनीति का आधार है. कांग्रेस भारत के 'सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय' की परंपरा का दमन कर रही है, सस्नातन परंपरा का दमन कर रही है.'
विपक्ष पर वार करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'कांग्रेस की नीति है, हिंदुओं की एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाओ, कांग्रेस जानती है कि जितना हिंदू बंटेगा, उतना ही उसका फायदा होगा. कांग्रेस किसी भी तरीके से हिंदू समाज में आग लगाए रखना चाहती है, ताकि वो उस पर राजनीतिक रोटियां सेंकती रहे. भारत में जहां भी चुनाव होते हैं, वहां कांग्रेस यही फॉर्मूला लागू करती है.'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा 'दशकों तक देश पर राज करने वाली पार्टी कांग्रेस अब दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए बेताब है. वे हर दिन लोगों के मन में नफरत के बीज बोते हैं.'आजादी के तुरंत बाद महात्मा गांधी को कांग्रेस के घृणित इरादों का आभास हो गया था और इसीलिए वे पार्टी को खत्म करना चाहते थे'.